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कुशल श्रेष्ठ वक्ता कैसे बनें? 5 Tips to become a good speaker

Best tips to become a good speaker

वक्ता(Speaker) वह व्यक्ति होता है, जोकि अपने प्रभावी भाषण के माध्यम से जनसमूह को संबोधित करता है। साथ ही जिसमें लोगों का नेतृत्व (leadership) करने की क्षमता होती है। हमारे समाज में कई सारे श्रेष्ठ वक्ता हुए हैं। जिन्होंने सदैव ही अपने ओजस्वी भाषणों से समाज और जनता का मार्गदर्शन किया है।

ऐसे में यदि आप भी एक श्रेष्ठ वक्ता बनने की चाह रखते हैं तो यह लेख आपके लिए है। जिसमें हम आपको बताएंगे कि किन गुणों के होने पर आप एक श्रेष्ठ वक्ता बन सकते हैं।

1. भाषा की स्पष्टता

एक श्रेष्ठ वक्ता बनने के लिए आपके पास संवाद की भाषा स्पष्ट होनी चाहिए। उदाहरण के लिए, यदि आप किसी हिंदी भाषी सभा या सम्मेलन को संबोधित करने जा रहे हैं। तो आपको हिंदी भाषा में निपुणता हासिल करनी होगी। जिसके लिए हिंदी भाषा से जुड़े नियमों और शर्तों जिनका उल्लेख हिंदी व्याकरण में किया जाता है। उनका अध्ययन करना होगा।

इसी तरह से अन्य भाषाओं के साथ भी यह लागू किया जा सकता है। भाषा की स्पष्टता, शब्दों का चयन और वाक्य की शुद्धता ही किसी वक्ता के भाषण को सम्पूर्ण बनाती है। इसलिए एक श्रेष्ठ वक्ता बनने के लिए भाषा पर पकड़ का होना आवश्यक है।

2. अच्छा श्रोता बनें

कहा जाता है कि यदि आप एक अच्छा वक्ता बनना चाहते हैं। तो आपको एक अच्छा श्रोता बनना पड़ेगा। जिससे आप अपने भाषण को अधिक प्रभावशाली बना सकते हैं।

जैसे यदि आप किसी वाद विवाद में हिस्सा लेने जा रहे है। फिर चाहे आप पक्ष में खड़े हो या विपक्ष में। आपको सर्वप्रथम अपने विपक्षी की बात को ध्यानपूर्वक सुनना चाहिए। तत्पश्चात् आपको अपनी बात को प्राथमिकता देनी चाहिए।

यह एक श्रेष्ठ वक्ता बनने की पहली शर्त होती है। इससे आप अपनी बात को लोगों तक गरिमापूर्ण तरीके से पहुंचा सकते हैं। दूसरा, आपके पास अपने विपक्षी के समस्त प्रश्नों का उत्तर भी मौजूद होता है। जिससे आप लोगों के मध्य अपने प्रभावी भाषण की छाप छोड़ने में सक्षम हो जाते हैं।

3. जो बोलना है वो रटा हुआ ना हो

अक्सर देखा गया है कि लोग मंच पर जाने के बाद एक लंबा सा पर्चा निकालकर उसे लोगों के समक्ष पढ़ना शुरू कर देते हैं। ऐसे में सामने बैठे लोग कभी आपकी बात में दिलचस्पी नहीं लेते हैं। और आपके वक्तव्य के जल्दी समाप्त होने की प्रतीक्षा करते हैं।

ऐसे में आवश्यक है कि आप जिस विषय या मुद्दे पर अपना भाषण या उद्बोधन देने जा रहे हैं। उसके विषय में आपने पहले से ही तैयारी सुनिश्चित कर ली हो। और आप उसे रटकर नहीं बल्कि आवश्यक जानकारियों को कंठस्थ करके मंच पर अपना वक्तव्य रखने गए हों। जिसके उपरांत ही आप एक श्रेष्ठ वक्ता कहलाएंगे।

4. आई कॉन्टैक्ट स्थापित करें

यदि आप वाकई एक श्रेष्ठ वक्ता बनना चाहते हैं। तो आपको मंच पर अपना वक्तव्य देने के दौरान सामने बैठे लोगों से आई कॉन्टैक्ट बनाए रखने की आवश्यकता है। तभी आप जनता तक अपनी बात प्रभावी ढंग से पहुंचा पाएंगे। अन्यथा यदि आप मंच पर बोलते समय इधर उधर देखते हैं या आंखें नीची कर लेते हैं। तो जनता भी एकाग्रचित होकर आपकी कही गई बातों पर ध्यान नहीं देती है। और जनता के सामने आपकी बातों का कोई विशेष महत्व नहीं रह जाता है।

इसलिए आवश्यक है कि जब भी आप मंच पर खड़े होकर जनता को संबोधित करें तो जनता से आई कॉन्टैक्ट स्थापित करने की कोशिश अवश्य करें। इस दौरान आप लोगों द्वारा पूछे गए प्रश्नों का उत्तर देने का भी प्रयत्न करें। तभी आप एक श्रेष्ठ वक्ता बन पाएंगे।

5. अति आत्मविश्वास से बचें

प्रायः देखा गया है कि जब कोई वक्ता मंच पर जाकर भाषण देता है। तो उससे पहले वह अति आत्मविश्वास के कारण सब कुछ भूला देता है। और जनता को देखते ही वह शांत हो जाता है। इसके पीछे आपका स्वयं के ऊपर ओवर कॉन्फिडेंस होता है। क्योंकि आपको यह लगता है कि आप अपने ओजस्वी भाषण से मंच हिलाकर रख देंगे।

लेकिन कभी कभी आप जब मंच पर खड़े होते हैं। तो आपके पास कहने के लिए कोई शब्द ही नहीं होते। इसलिए एक श्रेष्ठ वक्ता बनने के लिए आपको पूर्वाभ्यास करना जरूरी है। साथ ही आप जो बोलें उसे कहीं लिख अवश्य लें। ताकि यदि उसमें कोई विशेष जानकारी या तथ्य हो। तो वह आपको वक्तव्य के दौरान याद रहें।

अन्यथा आप अपना वक्तव्य रखने के दौरान घबराहट और भय की वजह से सब भूल जाते हैं। इसलिए एक वक्ता को सदैव ही दृढ़ निश्चयी होकर बोलने का अभ्यास करते रहना चाहिए। और स्वयं पर विश्वास रखकर अपने भाषण को बोलने से पहले दोहरा लेना चाहिए।

इसके अलावा एक श्रेष्ठ वक्ता बनने के लिए आपके वक्तव्य में प्रभावपूर्ण शब्दों का होना, लययुक्त और रोचक शैली अपनाना, विराम का उचित प्रयोग, तथ्यों पर पकड़, नवीन उदाहरणों का समावेश आदि का होना आवश्यक है।

हमारे समाज में कई सारे ऐसे लोग है जो प्रेरक वक्ता के तौर पर समाज को दिशा निर्देश दे रहे हैं। उदाहरण के लिए, जाने माने प्रेरक वक्ता संदीप माहेश्वरी, शिव खेड़ा, विवेक बिंद्रा, दीपक चोपड़ा, टी एस मदान, योगेश छाबरिया आदि।

इसके अलावा राजनीति, इतिहास, कला, संस्कृति, मीडिया, साहित्य और काव्य ज्योतिष, समाजशास्त्र, संगीत आदि के क्षेत्र में भी कई जाने माने वक्ता हैं। जोकि अपने विषय में असीम ज्ञान रखते हैं। और उससे संबंधित वक्तव्यों के माध्यम से लोगों तक अपनी बात पहुंचाते हैं। साथ ही अपना नेतृत्व प्रदान करते हैं।

इस प्रकार हम कह सकते हैं कि जब से मानव जीवन का आरंभ हुआ है। तब से लेकर अब तक बोलचाल के माध्यम से ही उसके जीवन में काफी परिवर्तन आया है। तो फिर कहा जा सकता है कि मनुष्य का एक दूसरे से संवाद ही मानव जीवन के विकास की सतत प्रक्रिया है।

ऐसे में एक अच्छा वक्ता मानव संचार के घटकों का महत्वपूर्ण अंग होता है। जोकि अपने प्रभावशाली वक्तव्य के माध्यम से समाज को आगे ले जाने का कार्य करता है।

इसलिए यदि आप एक श्रेष्ठ वक्ता बनना चाहते है तो उपरोक्त बातों का ध्यान रखकर आप एक प्रभावशाली वक्ता बन सकते हैं।

आपको हमारा यह लेख यदि पसंद आया हो तो कमेंट जरूर करें। और यदि आपका कोई प्रश्न है तो आप वह भी कॉमेंट बॉक्स में लिखकर पूछ सकते हैं। हम अवश्य ही उसका जवाब देंगे।

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