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जब अकेलापन महसूस हो तो क्या करना चाहिए

अकेलापन महसूस होने के ये कारण हो सकते हैं

जब अकेलापन महसूस हो तो क्या करना चाहिए, Easiest way to Overcome Loneliness in Hindi

विश्व के अनेक प्राणियों में मनुष्य ही एकमात्र ऐसा प्राणी है, जो बोल सकता है, अपने मन के विचार को औरों के साथ व्यक्त कर सकता है। यही कारण है कि मनुष्य को सामाजिक प्राणी कहा जाता है। सामाजिक प्राणी इसलिए क्योंकि मनुष्य समाज का गठन करता है।

मनुष्यों को कभी अकेलापन महसूस नहीं होता क्योंकि वह हमेशा अपने घर-परिवार के लोगों से घिरा रहता हैं। अपने दोस्तों से मिलता-जुलता रहता हैं। जब वह मनुष्य किसी अपने को खो देता हैं या जीवन में किसी गंभीर घटना से ग्रसित होता हैं, तब वह उस समाज से एवं लोगों से दूर हो जाता हैं जिसका गठन कभी उसने किया था।

मनुष्य अकेलेपन को तब चुनता हैं जब वह किसी से धोखा खाता हैं या अन्य कोई भी कारण हो सकता हैं। मनुष्य का यह अकेलापन मनुष्य को गहरे चिंतन में डाल देता हैं। जिसके कारण मनुष्य डिप्रेशन में चला जाता हैं।

अंत में मनुष्य, इतना अकेला हो जाता हैं कि वह जीवन जीने की चाह भी नहीं रखता है और आत्महत्या जैसे कदम को चुन लेते हैं।

ज़िन्दगी में उतार-चढ़ाव आते रहते हैं, दुख एवं सुख काले बादल की तरह आते हैं और वापस चले जाते हैं। अगर आप या आपके परिवार का कोई सदस्य अकेलेपन की समस्या से जूझ रहा हैं तो हमारा यह ब्लॉग आपके लिए उपकारी साबित हो सकता हैं।

अकेलापन जब महसूस हो तो क्या करना चाहिए

कारण जानने की कोशिश करें

यदि आपको लग रहा हैं कि आप खुद को अकेला महसूस कर रहे हैं तो सबसे पहले अपने अकेलेपन का कारण जानने का प्रयास कीजिए। क्या आप किसी गंभीर सोच में हैं? अगर हाँ तो उस सोच से निकलने का प्रयास कीजिए।

किसी की मदद लिजिए जो आपकी मदद कर सकें।

कुछ अलग कीजिए

अगर आपका अकेलापन आपको परेशान कर रहा है तो इससे बचने के लिए अपने जीवन में कुछ नया कीजिए।

जैसे- यूट्यूब से नए रेसिपी देखकर बनाइए, दोस्तों के साथ गप्पे कीजिए, गाना सुनिए, कोई ऑनलाइन कोर्स कीजिए जो आगे जाकर आपकी मदद कर सकता हैं।

भावुक होने से बचें

यदि भावनाओं में आप अक्सर बह जाते है तो आपको अपने भावनाओं पर काबू पाना होगा। भावनाओं में बहने वाले लोगों का लोग अक्सर फायदा उठा लेते हैं।

अकसर लोग अकेलापन तब महसूस करते हैं जब वह स्वयं भावनाओं में बहकर किसी के धोखे का शिकार होते हैं।

हंसमुख रहे

अकेलापन एक दीमक जैसा होता हैं जो धीरे-धीरे हमें अंदर ही अंदर काट खाता हैं। इसलिए हमेशा हंसी-खुशी रहिए

कॉमेडी शो देखिए या चुटकुला पढ़िए इन सबसे आपका मन हमेशा खुश रहेगा और आप अकेलेपन का शिकार कभी नहीं होंगे।

अपने मन का करें किसी की ना सुने

अक्सर लोग अकेला तब महसूस करते हैं जब वह अपने मन अनुसार नहीं चल सकते। किसी दूसरा तब तक आपके ज़िन्दगी को कंट्रोल नहीं कर सकता जब तक आप खुद नहीं चाहते। हमेशा वह काम ही करें जो आप करना चाहते हैं

किसी की बात अच्छी नहीं लग रही मत सुनिए, कोई किसी की बुराई कर रहा सुनना अच्छा नहीं लग रहा मत सुनिए। आपका जीवन आप अपनी मर्जी से जीने का प्रयास करें।

खुद को व्यस्त रखें

खाली दिमाग के बारे में ऐसा कहा भी जाता है कि खाली दिमाग शैतान का घर होता है, अक्सर खाली समय इंसान को अकेला कर देता है। इसलिए अकेलेपन से बचने के लिए खुद को किसी काम में उलझा कर रखें। अगर आपके पास कोई काम नहीं हैं तो आनलाइन पार्ट टाइम करके भी आप खुद को व्यस्त कर सकते हैं। अपने दिनचर्या को व्यस्ततम कर खुद को अकेले होने से बचाएं और काम को समय दें।

कभी कभी अपने daily routine से हट कर भी काम करें, अपने काम में कुछ नया add कर लें, कुछ नया काम करने का अपना न्यूरोलॉजिकल फायदा भी होता है, कोई ऐसा काम जो हम पहले नहीं किए ही, उसे करने पर दिमाग में नए न्यूरॉन्स connection build होते है।

योगा करें

योग साधना मानसिक परेशानी, शारीरिक परेशानी से बचाता हैं। इसलिए हर दिन आधे एक घंटे योग का अभ्यास करना चाहिए। आप रोजाना अपने दिनचर्या में योगा को शामिल कीजिए।

अगर आप योगा में निपुण नहीं हैं तो कोई बात नहीं। छोटे बच्चे जैसे चीजों को सीखते हैं, वैसे ही आप भी सीखिए।

सोशल मीडिया को हथियार बनाइए

सोशल मीडिया के अपने फायदे नुकसान भले हो, लेकिन कुछ जगहों पर सोशल मीडिया बहुत सकारात्मक काम करता है,वो हमें अपने दोस्तों से और दूर के रिश्तेदारों को जोड़ कर रखता है,इसलिए कभी ऐसा feel नहीं होता है कि हम उनसे इतने दूर है।

अगर आपको लगता हैं कि आप के अंदर ऐसी क्षमता हैं जिससे और लोग आपसे जुड़ सकते हैं लेकिन आपको कोई प्लैटफॉर्म नहीं मिल रहा तो सोशल मीडिया को अपना हथियार बनाइए। सोशल मीडिया एक ऐसा प्लैटफॉर्म हैं जहां पर अपनी बात को रखकर आप खुद एक प्रसिद्ध व्यक्ति बन सकते है। इसके लिए आपको थोड़ी बुद्धि लगाने की एवं समय देने की आवश्यकता है।

किताबों को अपना दोस्त बनाइए

किताबी ज्ञान सब कुछ नहीं होता उन ज्ञानों को सही मायने में अपने जीवन में उतारने की जरूरत हैं। इसलिए जिंदगी में अकेलेपन से बचना हैं तो किताबों से मित्रता कीजिए

सब साथ छोड़कर चले जाएंगे लेकिन किताब आपका साथ नहीं छोड़ेगा ताउम्र एक सच्चे एवं अच्छे दोस्त की तरह साथ निभाएगा। किताब व्यक्ति के जीवन के दशा एवं दिशा दोनों बदल देता हैं।

सूर्य की किरण को अपने ऊपर पड़ने दें

कहा जाता हैं की सूरज की किरणों में इतनी शक्ति होती हैं कि वह मनुष्य के कुछ बीमारियों का इलाज कर देता हैं और अकेलापन उन में से ही एक है। सूर्य की किरणों से विटामिन- डी मिलता हैं। यह विटामिन- डी जब शरीर में प्रवेश करता हैं तब शरीर में विटामिन- डी का लेवल बढ़ जाता हैं जो अकेलेपन से लड़ने में मदद करता हैं।

विटामिन- डी का बढ़ता स्तर व्यक्ति को खुशनुमा बना देता है और चिंतन से मुक्त कर देता है। इसके साथ साथ सूरज की किरणों में रहने से प्रकृति से एक तरह का का जुड़ाव महसूस होता है, और यह प्रकृति से जुड़ाव हमको ब्रह्माण्ड से जुड़ने मदद करता है, सूरज से मिलने वाली एनर्जी पृथ्वी पर जीवन का सिर्फ source मात्र ही नहीं होती है, बल्कि एक पूरी तरह से रचनात्मकता को समाहित किए रहती है।

अक्सर देखा जाता है कि अकेलापन फील करने वाला इंसान खुद को कमरे में बंद कर देता है और अंधेरा में चला जाता है, उससे अकेलापन बढ़ता ही है।

अपने आत्मविश्वास को बनाए रखें

निराश व्यक्ति जब खुद को अकेला पाता है उस वक्त वह अपने आत्मविश्वास को खोने लगता हैं और सोचता है कि उससे कुछ ना हो पाएगा। जब भी बुरे वक्त की याद आपको सताएं आप अपने अच्छे दिन को याद करें।

इससे आपके मन में व्याप्त निराशा भाग जाएगा और आपका आत्मविश्वास फिर से जागेगा। तब आप सोचेंगे की मैं सब कुछ कर सकता हूँ क्योंकि दुनिया में कुछ भी असंभव नहीं है।

जीवन में हर एक सिक्के का दो पहलू होता हैं- अच्छा-बुरा, आशा-निराशा, आगमन-निगमन आदि। जिंदगी आपकी है जिसे आपको ही चलानी हैं। आप किसी पर निर्भर मत रहिए, किसी पर आंख मुंदकर विश्वास ना कीजिए।

देखिएगा सब अच्छा होगा। अगर सामने वाला बुरा हैं तो आपको किसने रोका हैं अच्छा बनने से। एक मौका चुक गया तो क्या दूसरे मौके का इंतजार नहीं कर सकते। धैर्यवान बनिए और खुद पर विश्वास रखिए देखिएगा अकेलापन तो दूर की बात हैं उसकी परछाई भी आपको छू ना सकेगी।

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