• Business Ideas
  • Success Stories
  • व्यक्तित्व विकास
  • सफलता के रहस्य
  • Book Summary
  • Health Tips
Facebook Twitter Instagram LinkedIn Reddit RSS
Most Liked Posts
  • तेरे मेरे इर्द गिर्द : पुस्तक समीक्षा
  • Share Market में नुकसान होने के बावजूद भी लोग पैसा क्यों लगाते हैं?
  • Share market से पैसे कैसे कमाए? Profit बुक करें, मुश्किल नहीं हैं
  • Probo Earning App से पैसे कैसे कमाएं
  • Gyan Kamao का इस्तेमाल करके Gyankamao से पैसे कैसे कमाएं?
  • Freelancing से पैसे कमाने के आसान तरीकें
  • Facebook Ads (FB Advertisements) से कैसे करें कमाई?
  • मोटरसाइकिल (Bike) से पैसे कैसे कमाएं जा सकते हैं ?
Facebook Twitter Instagram Pinterest LinkedIn Reddit RSS
AchhiBaatein.Com
  • Business Ideas
  • Success Stories
  • व्यक्तित्व विकास
  • सफलता के रहस्य
  • Book Summary
  • Health Tips
AchhiBaatein.Com
जीवनी 8 Mins Read

हिपोक्रेटिस ~ आधुनिक चिकित्सा का जनक Biography

Mahesh YadavBy Mahesh YadavNo Comments8 Mins Read
Hippocratic oath, ethical code attributed to the ancient Greek physician Hippocrates
साझा करें
Twitter LinkedIn Pinterest Tumblr Reddit WhatsApp

हिप्पोक्रेटिस अपने समय के मशहूर चिकित्स्क विद्वान रहे हैं। उन्होंने चिकित्सा विज्ञान में काफी सारे योगदान दिए हैं जिसकी वजह से उन्हें आधुनिक चिकित्सा विज्ञान का पिता भी कहा जाता है। उन्हें पुरातन चिकित्सको में सबसे महान चिकित्सक के रूप में देखा जाता है।

उन्होंने एक मेडिकल स्कूल की भी स्थापना की थी जिसमें वह चिकित्सा के बारे में शिक्षा देते थे।

चिकित्सा के क्षेत्र में हिप्पोक्रेटिस के योगदान को भुलाना असंभव प्रतीत होता है क्योंकि चिकित्सा के क्षेत्र में इनके कार्यों को सदा ही याद किया जाएगा।

क्या आप जानते हैं

आज भी डॉक्टरी की पढ़ाई पूरी होने के बाद चिकित्सक कार्य करने से पूर्व एक व्यक्ति को जो शपथ दी जाती है उसे हिपोक्रेटिस ओथ कहा जाता है

Hippocratic oath, ethical code attributed to the ancient Greek physician Hippocrates

आज हम इस महान चिकित्सक के जीवन से जुड़ी अनेक महत्वपूर्ण बातें हिप्पोक्रेट्स की बायोग्राफी में साझा करने जा रहे हैं।

हिप्पोक्रेटिस (Father of medicine) का जीवन परिचय

हिप्पोक्रेटिस यूनान के प्रमुख चिकित्स्कों में से एक थे। हिप्पोक्रेटिस को आधुनिक चिकित्सा का पिता माना जाता है। यह रोग निदान, परीक्षण एवं उपचार के लिए विशेष पद्धतियों का उपयोग करते थे।

जन्म460 ईसा पूर्व
जन्म स्थानकांस द्वीप, यूनान
पेशाचिकित्सक
निधन390 ईसा पूर्व
मृत्यु स्थानलारिस्सा

प्राचीन ग्रीक किताबों से यह प्रमाण मिलता है कि हिप्पोक्रेटिस का जन्म लगभग ईसा 460 वर्ष पहले हुआ था और उनके पिता मंदिर के पुरोहित थे। हिप्पोक्रेटिस ने काफी दूर दूर तक सफर किया और वह जहां भी गए उन्होंने लोगों को चिकित्सा की शिक्षा प्रदान की।

उनका कहना यह था कि लोगों को यह बताने में कभी संकोच ना करें कि यह बीमारी कितनी देर तक चलेगी क्योंकि अगर आपकी भविष्यवाणी सच हो गई तो रोगी का विश्वास आप पर पहले से अधिक बढ़ जाएगा।

हिप्पोक्रेटिस के बारे में हमें ज़्यादा कुछ उल्लेख नहीं मिलता। उनके बारे में हमें यहीं जानकारी मिलती है कि 460 ईसा पूर्व में यूनान में हिप्पोक्रेटिस ने जन्म लिया था।

हिप्पोक्रेटिस को इनके औपचारिक नाम हिप्पोक्रेटिस अस्सकिलपैडस से भी जाना जाता है जिसका अर्थ है डॉक्टर भगवान। हिप्पोक्रेटिस का उस समय काफी नाम हुआ। यहां तक कि फारस के एक बादशाह ने उन्हें अनंत सम्पदा देनी चाही ताकि वह फारस की फ़ौज का विनाश कर देने वाली महामारी पर रोक लगा सके।

हालाँकि इस प्रस्ताव को हिप्पोक्रेटिस ने ठुकरा दिया था क्योंकि उनका मानना था कि उनके देश के शत्रुओं की मदद करना उनके सम्मान के अनुकूल नहीं है। बता दें कि उस समय फारस और ग्रीस का युद्ध चल रहा था। बाद में हिप्पोक्रेटिस के उपदेशों की मध्यकाल में फिर से खोज की गयी।

लेकिन बदकिस्मती से इन्हें अंतिम और सम्पूर्ण मान लिया गया जिसका परिणाम यह हुआ की सालों तक चिकित्सा के क्षेत्र में कोई तरक्की नहीं हुई। इतिहास में ऐसी काफी घटनाएं घटी हैं जिससे प्रगति रुकी है।

उदाहरण के तौर पर इंग्लैंड के राजा हेनरी अष्टम ने अपने राजयकाल में यह हुक्म दिया था कि नाई दांत निकाल फेंकने और खराब खून के अलावा वे किसी भी प्रकार की चीरफाड़ का काम नहीं करेंगे। आज भी इंग्लैंड के नाईयों द्वारा प्रदर्शित बार्बर पोल चीरफाड़ के इतिहास को व्यक्त करता है।

कई इतिहासकार मानते हैं कि ग्रीस में प्रचलित कुछ मान्यताओं के विरोध के कारण उन्हें 20 साल के लिए कैद भी किया गया था। हालाँकि उनकी प्रगति में इससे कोई बाधा नहीं आई और उस दौरान उन्होंने “The Complicated Body” नामक किताब रचना की जिसे बाद में काफी सराहा गया।

हिप्पोक्रेटिस की मृत्यु कब और कैसे हुई?

हिप्पोक्रेटिस की मृत्यु के बारे में ज़्यादा जानकारी नहीं है। माना जाता है की हिप्पोक्रेटिस की मृत्यु 370 इसा पूर्व में Larissa नाम के शहर में हुई। काफी विद्वानों का मानना है कि हिप्पोक्रेटिस की मृत्यु लगभग उनके 80 या 90 के दशक में हुई होगी। हिप्पोक्रेटिस ने चिकित्सा के क्षेत्र में काफी योगदान दिया है इसलिए लोग उनका दिल से सम्मान करते हैं। आज भी लोग इनके द्वारा बनाए परीक्षणों को अपनाते हैं।

हिप्पोक्रेटिस के अनुसार डॉक्टर और सर्जन में क्या अंतर है?

Hippocrates is considered the father of medicine

हिप्पोक्रेटिस के अनुसार डॉक्टर और सर्जन का पद अलग अलग होता है। हिप्पोक्रेटिस की शपथ में भी कुछ पंक्तियों में यह ज़ाहिर हो चूका है जैसे :- मैं चाक़ू नहीं चलाऊंगा या इस काम को विशेषज्ञ को सौंपूँगा आदि।

उनके अनुसार सर्जन का पद डॉक्टर से ऊँचा होता है क्योंकि उसका काम अधिक कठिन होता है।

उनका यही मानना था कि एक अच्छा चिकित्सक रोगी किसी परीक्षण को ध्यानपूर्वक करे और उसके रोग के लक्षणों को लिख डाले। इस तरीके से वह ऐसा लेख तैयार कर सकता है जिस से यह मालूम किया जा सकता है कि रोगी का इलाज किस ढंग से करना है।

उन्होंने रोगियों के परीक्षण के लिए कुछ सामान्य नियम भी बनाए थे जैसे कि रोगी की त्वचा का ताप कितना है, सही से भूख लगती है या नहीं और उसे पैखाना या पेशाब नियमित रूप से आता है या नहीं आदि। कभी ना कभी डॉक्टर के पास आप ज़रूर गए होंगे तो आप को पता ही होगा की इन नियमों का इस्तेमाल आज भी किया जाता है।

हिपोक्रेटिस के इलाज करने के तरीके आधुनिक थे। जैसे कि साधारण तौर पर किसी दुबले पतले व्यक्ति की खुराक को तो कम कर सकते हैं लेकिन उसमें चर्बी का अंश नहीं कम होना चाहिए इसी प्रकार किसी मोटे आदमी की खुराक को तो बढ़ाया जा सकता है परंतु उसमें भी चर्बी का अंश कम नहीं होना चाहिए।

उनका यह भी मानना था कि थकावट, चिंता और सर्दी के कारण होने वाली बीमारियों को पानी और शराब को समान मात्रा में लेने से ठीक किया जा सकता है।

हिप्पोक्रेटिस के अनुसार चिकत्सा विज्ञान और ज्योतिष विज्ञान में अंतर?

हिपोक्रेटिस रोगी से संबधित विवरण तैयार करते थे और उसका अध्ययन करते थे। उन्हें इस बात की भी अच्छी समझ थी की ऋतु परिवर्तन और जलवायु का विभिन्न प्रकार के रोगों पर क्या असर होता है।

जैसे कि हमें सर्दियों में खांसी-ज़ुकाम अधिक होता है। इसी तथ्य को ध्यान में रखकर उन्हें यह बात सूझी कि चिकत्सा विज्ञान और ज्योतिष विज्ञान के बीच कुछ ना कुछ सम्बन्ध ज़रूर होना चाहिए।

आख़िरकार इस सूझ का यह परिणाम हुआ कि आयुर्वेद के बिना वैज्ञानिक किसी उपयुक्त कारण के सालों तक ज्योतिष ज्ञान का अध्ययन करते रहे।

21वीं सदी में भी लोग ज्योतिष विज्ञान और चिकत्सा विज्ञान में संबंध होने का दावा कर रहे हैं हालांकि इसके कोई ठोस प्रमाण ना होने के कारण कम ही लोग इस बात पर विश्वास करते हैं।

हिप्पोक्रेटिस के बारे में कुछ अनसुने तथ्य (Hippocrates unbelievable facts)

  • हिप्पोक्रेटिस ने चिकित्सा विज्ञान की जानकारी अपने पिता और दादा से प्राप्त की थी।
  • यह पहले ऐसे चिकित्सक माने जाते हैं जिन्हें लगता था कि रोग कोई ईश्वर का श्राप नहीं है बल्कि यह शरीर में असंतुलन का कारण होता है।
  • मेडिकल की पढ़ाई पूरी होने के बाद आज भी हिप्पोक्रेटिस की शपथ ली जाती है जिसमें प्रतिज्ञा ली जाती है कि वह इलाज के दौरान किसी को नुकसान नहीं पहुंचाएंगे।
  • हिप्पोक्रेटिस ने सख्त चिकित्सा दर्शन को विकसित किया क्योंकि उनका मानना था कि डाक्टरों को हमेशा साफ़ सुथरा, शांत और इलाज के दौरान गंभीर रहना चाहिए। अपने कार्यालय को स्वच्छ और हवादार बनाना चाहिए।
  • ऐसी मान्यता है कि हिप्पोक्रेटिस ने वह शपथ नहीं लिखी जिसमें उनका नाम है बल्कि उसे बाद में चिकित्स्कों ने उनकी शिक्षाओं से तैयार किया था।
  • हिप्पोक्रेटिस ही ऐसे पहले चिकित्सक थे जिन्होंने सुझाव दिया कि हमारे विचार और भावनाएं हमारे दिल से नहीं बल्कि दिमाग से आती है। उनके समय में यह सुझाव क्रन्तिकारी साबित हुआ।
  • हिप्पोक्रेटिस ने कॉस द्वीप पर एक चिकित्सा विद्यालय की स्थापना की जहाँ पर उनके विचारों के बारे में पढ़ाया जाता था।
  • हिप्पोक्रेटिस के प्रमाण काफी कम होने की वजह से काफी विद्वान मानते हैं कि वह कोई अकेले इंसान नहीं थे बल्कि यह कई चिकित्सको का समूह था।

हिप्पोक्रेटिस अनमोल के विचार (Hippocrates quotes in Hindi)

  • टहलना इंसान के लिए सबसे अच्छी दवा है।
  • आप अगर अपने चिकित्स्क खुद नहीं हैं तो आप एक मुर्ख हैं।
  • यह जानना ज़्यादा आवश्यक है कि रोग किस तरह के व्यक्ति को है बजाए इसके कि व्यक्ति को रोग किस तरह का है।
  • ज़रूरत से ज़्यादा हर चीज़ प्रकृति के खिलाफ है।
  • हर इंसान के अंदर एक चिकित्स्क होता है, हमें बस उसके कार्य में मदद करनी होती है।
  • बेशक प्रार्थनाएं अच्छी हैं, लेकिन ईश्वर को गुहार लगाते समय अपना हाथ खुद आगे बढ़ाना चाहिए।
  • दो चीज़ों की आदत जरूर डालें: मदद करने की या कम से कम किसी को कोई नुकसान ना पहुंचाने की।
  • जहां कहीं भी चिकित्सा की कला से प्रेम किया जाता है, वहां मानवीय प्रेम ज़रूर होता है।
  • कला लंबी है परंतु ज़िंदगी छोटी।
  • अपने मरीज़ों की गलतियों पर भी नज़र रखें जो अक्सर सही दवाई लेने की बात झूठ बोलते हैं।

निष्कर्ष

तो साथियों इस लेख को पढ़ने के पश्चात हिप्पोक्रेट्स की जीवन पर आधारित यह बायोग्राफी लेख आपको कैसा लगा? हमें कमेंट के माध्यम से जरूर सूचित करें साथ ही जानकारी को साझा करना ना भूलें।

Previous Articleबन्दे हैं हम उसके Dhoom-3 2013 Lyrics in Hindi
Next Article आधुनिक भारत के जनक ~ राजा राममोहन राय
Mahesh Yadav
  • Website
  • Facebook
  • Twitter
  • LinkedIn

Mahesh Yadav is a software developer by profession and likes to posts motivational and inspirational Hindi Posts, before that he had completed BE and MBA in Operations Research. He has vast experience in software programming & development.

यह भी पढ़े

12 Mins Read

पल्लवी जोशी जीवनी ~ Pallavi Joshi Biography in Hindi

पूरा पढ़े
11 Mins Read

CDS Bipin Rawat Biography चीनी सेनाओं को पीछे हटने पर मजबूर कर दिया था

पूरा पढ़े
8 Mins Read

दुनिया के सबसे जुगाडू इन्सान बिजनेस मैग्नेट Richard Branson जीवनी

पूरा पढ़े

Leave A Reply Cancel Reply

Popular Posts
5 Mins ReadJul 25, 2020

छोटे Business Man के लिए Financial Planning के कुछ Tips

9 Mins ReadMar 9, 2025

भारत के राज्य, राजधानी और मुख्यमंत्री

7 Mins ReadAug 16, 2020

विश्व के प्रमुख देश उनकी राजधानी एवं मुद्राएँ | Country, Capital & Currency

6 Mins ReadDec 31, 2022

Blog, Blogging क्या हैं? क्या मुझे ब्लॉगिंग करनी चाहिए?

8 Mins ReadAug 15, 2020

जानिए पेटेंट, कॉपीराइट और ट्रेडमार्क के बारें में About Trademark, Copyright & Patent

Latest Posts
5 Mins ReadOct 13, 2024
तेरे मेरे इर्द गिर्द : पुस्तक समीक्षा
9 Mins ReadAug 6, 2023
Share Market में नुकसान होने के बावजूद भी लोग पैसा क्यों लगाते हैं?
9 Mins ReadAug 6, 2023
Share market से पैसे कैसे कमाए? Profit बुक करें, मुश्किल नहीं हैं
15 Mins ReadJul 17, 2023
Probo Earning App से पैसे कैसे कमाएं
1 2 3 … 184 Next
Categories
  • Blogging Tips (8)
  • Book Summary (35)
  • Business Ideas & Earn Money (31)
  • General (13)
  • General Knowledge (55)
  • Health Tips (53)
  • Hindi Essay (2)
  • Hindi Quotes (59)
  • Hindi Thoughts (39)
  • Let's Laugh (8)
  • Motivational Hindi Songs (47)
  • Motivational Hindi Stories (25)
  • Personality Development (50)
  • Success Stories (17)
  • अमर कहानियाँ (7)
  • चाणक्य नीति (19)
  • चुटकुले (9)
  • जीवनी (63)
  • धार्मिक परंपरा व आस्था (12)
  • प्रेरक प्रसंग (10)
  • महत्वपूर्ण जानकारियां (9)
  • रोचक घटनाये (3)
  • रोचक तथ्य (8)
  • लोक व्यवहार (33)
  • श्रीमदभागवत गीता अंश (9)
  • सफलता के मंत्र (73)
  • सफलता के रहस्य (54)
  • हिंदी कहानियाँ (93)
  • हिंदी दोहे और उक्तिया (1)
  • हिंदी शेर और शायरी (6)
  • हिन्दी कविताएं (40)
About Us

अच्छी बातें डॉट कॉम

AchhiBaatein is a famous Hindi blog for Famous Quotes and Thoughts, Motivational & Inspirational Hindi Stories and Personality Development Tips

DMCA.com Protection Status

Recent Comment
  • Sahil Solanki on आसान तरीकों से रोज 200 रूपए कैसे कमाए?
  • Rohini on खुद को सोने के सिक्के जैसा बनाइए अगर नाली में भी गिर जाए तो भी कीमत कम नहीं होती
  • Manisha mer on भीड़ हौंसला तो देती है, लेकिन पहचान छीन लेती है | Never follow the crowd
  • Umang pasaya on Free Fire Game खेलकर पैसे कैसे कमाएं?
Subscribe to Updates
सभी नए Posts अपने E-Mail पर तुरंत पाने के लिए यहाँ अपनी E-mail ID लिखकर Subscribe करें।

कृपया यहाँ Subscribe करने के बाद अपनी E-mail ID खोलें तथा भेजे गये Verification लिंक पर Click करके Verify करें

Powered by ® Google Feedburner

Copyright © achhibaatein.com 2013 - 2025 . All Rights Reserved
  • About Us
  • Contact Us
  • Advertise
  • Guest Column
  • Privacy Policy
  • Sitemap

Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.