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Book Summary 11 Mins Read

Shoe Dog Summary In Hindi | Nike की सफलता की कहानी

Mahesh YadavBy Mahesh YadavNo Comments11 Mins Read
Shoe Dog Hindi Book Summary, by Phil Knight
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Shoe Dog Summary In Hindi, Phil Knight Co-founder of Nike Success Story

लोग अपना बिज़नेस शुरू करना चाहते हैं या कोई अपना खुद का कार्य करना चाहते हैं लेकिन सही Guidance नहीं मिल पाने के कारण वे समझ नहीं पाते क्या, कैसे और क्या करें कि कार्य या बिज़नेस में सफलता प्राप्त की जा सकें?

अगर आप भी सफलता की इस यात्रा को जानना चाहते हैं, कैसे अपने बिज़नेस को कामयाब करें, यह जानना चाहते हैं, कामयाब बिज़नेसमैन की सफलता और संघर्ष की आत्मकथा की महत्वपूर्ण बातों से प्रेरणा लेकर अपने कार्य में सफलता पाना चाहते हैं तो आपको यह बुक समरी ज़रूर पढ़नी चाहिए।

लेखक Phil Knight जो Nike के Co-founder रह चुके हैं ने अपनी बुक ‘Shoe Dog’ में अपनी आत्मकथा लिखी है, उससे जुड़े कई इंपॉर्टेंट संदर्भ को बताया है। अपने संघर्ष के दौर से गुज़र कर किस प्रकार सफलता हासिल की उसके विभिन्न कॉन्सेप्ट्स को समझाया है। एक सक्सेसफुल बिज़नेसमैन की ज़िन्दगी में कितने उतार चढ़ाव आते हैं, कितनी परेशानियों का सामना करना पड़ता है, कितने संघर्षों के बाद सफलता तक पहुंँचते हैं आदि आदि बातों को बताया है।

इस बुक समरी में बुक के सभी महत्वपूर्ण संदर्भों को Summarize करके प्रॉपर तरीके से लिखा गया है जिससे बिज़नेस की सफलता में, कार्य की कामयाबी में, एक सक्सेसफुल करियर को पाने में इंपॉर्टेंट और सही गाइडेंस मिल सके।

Phil की Oregon Life

लेखक ने किताब की शुरुवात अपने जिंदगी के शुरुवाती दिनों से की है कि कैसे उनके दिन Oregon में बीते, जब उन्हें इतना तो पता था कि वह सफल होना चाहते हैं लेकिन वह Sure नहीं थे कि आखिर वह करना क्या चाहते हैं?

वह सफल एथलीट बनना चाहते थे जिसके लिए वह काफी उत्सुक भी रहते थे। लेकिन जब वह Athlete बनने के अपने लक्ष्य तक नहीं पहुँच पाए तो उन्होंने सोचना शुरू किया कि किस तरह वह एथलीट को अपने कार्य से जोड़ पाएँ और खुद को Convince किया कि यह हो सकता है और अपने इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए अपने काम के प्रति समर्पित हो गए।

Phil का Crazy idea

अपने लक्ष्य को पूरा करने के लिए उन्हें एक Crazy idea आया जिसका जिक्र उन्होंने अपने पिताजी से किया कि वह जापान से शूज़ खरीद कर अमेरिका में एक्सपोर्ट करेंगें और हो सके तो इसके लिए वह दोस्तों, परिवार के सदस्यों से बोलेंगें और यात्रा भी करेंगे।

उन्होंने कहा वे खुद जापान जाकर अपने आइडिया को इंप्लीमेंट करने की कोशिश करेंगें और देखेंगे कि वहांँ उसका आईडिया कितना इंप्लीमेंट हो सकता है जिसके लिए वह सब से राय लेंगें।

इस आइडिया को सुनकर उनके पिताजी ने फाइनेंशली हेल्प और आइडिया को सहमति दे दी लेकिन परिवार के अन्य सदस्य इस Idea के लिए सहमत नहीं थे उन्हें लगता था कि इसमें काफी Risk है, फिर भी Phil यात्रा की तैयारी और जापान के बारे में जानकारी जुटाने में लग गए।

जब वह पढ़ते नहीं थे तब उस वक्त वह दौड़ा करते थे, इसमें उनकी रूचि भी थी। उन्होंने निर्णय लिया कि वह अपने क्लासमेट्स को अपने बिज़नेस पार्टनर बनने की Opportunity देंगें।

वर्ष 1962 में वह अपने ड्राइवर के साथ San Francisco गए जहाँं वह कई दिनों तक अपने दोस्त के घर रुके और अपनी पहली यात्रा Hawaii के लिए की जहाँं उन्हें अच्छा लगा तो उन्होंने वहाँ और अधिक दिन रहने का फैसला लिया जिसके लिए 100 डॉलर में कंपार्टमेंट किराए पर लेने की सोची और जॉब की।

जहां उन्हें Encyclopedia (विश्वज्ञानकोश) बेचने का काम करना था लेकिन Phil Knight अपने शर्मीले स्वभाव के कारण Encyclopedias बेचने में मुश्किल महसूस करते थे तो उन्होंने जापान जाने का निश्चय लिया।

जापान और बिज़नेस

Phil अपने ड्राइवर को Hawaii में ही छोड़कर जापान के लिए अकेले ही निकल पड़े, वहांँ वो एक होटल में रुके। जहाँं कुछ लोग उनके पिताजी के जान पहचान वाले थे उन्होंने उनके लिए होटल में अच्छी जगह का इंतेज़ाम करवा दिया।

होटल में ही Phil को उनके आईडिया के लिए कुछ नए लोग मिले जिन्होंने Phil को जापान में बिज़नेस कैसे करें ये बताया।

Phil ने Tokyo कंपनी के Owner से बात की जिन्होंने अपने इंटरनेशनल बिज़नेस के अनुभव Phil से शेयर किये। Phil ने अपने आइडिया के बारे में जापानी कंपनी को बताया जिसे सुन कर कंपनी को आइडिया पसंद आया फिर Phil एक टेनिस शूज़ कंपनी से भी मिले।

Shoe बेचने की शुरुवात

Phil ने अपने बिज़नेस आइडिया को आगे बढ़ाने के Onitsuka के ऑफिस गए जहाँ कॉन्फ्रेंस रूम में मीटिंग के दौरान अपने आईडिया की बात कि कैसे वह अपने ‘Blue Ribbon Sports’ को स्टार्ट करना चाहते हैं।

Phil ने Adidas के मुकाबले अपने ब्रांड के Lowest price की बात की और एथलीट के Use की भी Requirement बताई जिसे एक्सक्यूटिव सुन कर इंप्रेस हुए।

Phil ने यह भी बताया कि क्यों उसकी कंपनी Onitsuka shoes U.S में बेचना चाहती है? जिसके लिए एक्सक्यूटिवस ने उन्हें उनकी कंपनी Blue Ribbon को Onitsuka Tiger shoes को U.S में बेचने के लिए सहमत हो गए।

Phil कुछ समय और ट्रेवल करना चाहते थे और वह अपने जन्मदिन पर अपने घर वापस चले गए। क्रिसमस के दिन के आस पास कुछ Shoe sample जापान पहुँच गए। Phil ने अपनी कंपनी के Shoe यूनिवर्सिटी के कोच Mr. Bowerman को दिखाए, जिन्होंने Phil की कंपनी में बिज़नेस पार्टनर बनने में दिलचस्पी दिखाई।

Mr. Bowerman Coach कंपनी में ज्यादा हिस्सा नहीं चाहते थे और न ही Head बनना चाहते थे, तो Phil ने उनके साथ 50% और 49% की पार्टनरशिप रखी। Coach को 49% का कंपनी पार्टनर बनाया। इसके बाद Phil ने Onitsuka के लिए 300 Pair shoes माँगे, वेस्ट में डिस्ट्रीब्यूटर की बात की। Shoes जल्दी पहुँच गए तो Phil ने जॉब छोड़ी और Shoes बेचना शुरू कर दिया।

वर्ष 1964 में Phil ने और 900 Shoe pairs मंँगवाये जिसके लिए उन्होंने लोन लिया। उन्होंने अपना बिज़नेस San Francisco और Los Angeles तक फैलाया। जिससे बिज़नेस अच्छा चलने लग गया।

डिस्ट्रीब्यूटर की ओर से Permission लेकर Phil ने और अधिक कॉन्ट्रैक्ट साइन, लगभग 70 डॉलर के ऑर्डर Approve किये।

Full time पहले कर्मचारी की नियुक्ति

बिज़नेस की सफलता के स्वरूप Phil को एक दिन एक खत मिला जिसमें टेनिस के लिए Interest के चलते Same pair shoes की रिक्वायरमेंट की गई थी जो कई लोगों को चाहिए थे, ये खत Jeff Johnson ने Phil को भेजा था।

इस खत को पढ़कर Phil ने Jeff को फुल टाइम जॉब ऑफर की, जिसको Jeff ने accept कर लिया और फुल टाइम एक सेल्समैन के रूप में ब्लू रिबन से जुड़ गए।

उस समय स्पोर्ट्स में रनिंग बहुत फेमस नहीं था, जूते बेचना आसान नहीं था जिस वजह से Jeff को लगा की वह कर पायेगें या नहीं।

उसी समय Phil के बैंक में ब्लू रिबन के ग्रोथ से रिलेटेड प्रॉब्लम्स हो गई इस वजह से बैंक और Phil के बीच Arguments हुए तो Phil ने Onitsuka को यह Assure कराया कि वह West में बेस्ट टेनिस डिस्ट्रीब्यूटर साबित होगा।

Phil बैंक पर निर्भर नहीं होना चाहते थे, Onitsuka के आर्डर भी Delay हो रहे थे। उनके पास टाइम भी कम था और लोन भी चुकाने थे, तो Phil ने ब्लू रिबन की असफलता के बारे में सोच कर कोई दूसरी जॉब के बारे में सोचना शुरू किया।

Phil को Price Waterhouse में जॉब मिल गई जिसकी इनकम का अधिक भाग उन्होंने ब्लू रिबन में लगा दिया जिसकी वजह से कंपनी ग्रो करने लगी। एक अकाउंटेंट होने की वजह से Phil ने कंपनी के Success और Failure के कारण को Study किया और जानकारी प्राप्त की।

Phil ने सीखा की कंपनी के Failure का मुख्य कारण ‘Lack of Capital’ होता है।

Phil ब्लू रिबन को स्पोर्ट्स की एक अच्छी कंपनी बनाना चाहते थे जिसके लिए उन्होंने जॉनसन को 3250 Shoes बेचने का टारगेट दिया जिसे जॉनसन ने पूरा किया और Phil ने Santa Monica में अपना नया स्टोर खोल दिया। Phil जापान गए और Japanese के साथ 3 साल का कॉन्ट्रैक्ट किया। उन्होंने 20,000 डॉलर के 5000 Shoe pairs order किये।

कंपनी के लिए न्यू Resources को कैप्चर करना

जैसे जैसे समय गुज़रा कंपनी का ग्रोथ होने पर Phil ने पुनः 3 साल का कॉन्ट्रैक्ट किया और अपने बिज़नेस को Expand करने में फोकस किया जिसके लिए Phil ने 1.2 Million-dollar बैंक से लेने चाहे लेकिन वह मंजूर नहीं हुए तो Phil ने अपने दोस्त से 80,000 डॉलर लेने की सोची।

जापानी कंपनी Phil के कंपनी ग्रोथ से ज्यादा खुश नहीं थी। Phil भी अपने Supplier से ज्यादा खुश नहीं थे, वे कोई परमानेंट सॉल्यूशन ढूंँढ़ रहे थे। तो वो Onitsuka की जगह मैक्सिकन फैक्ट्री कनाडा से जुड़ गए और नया Contract साइन कर लिया।

पहले आर्डर के रूप में उन्होंने 300 Shoe pairs का आर्डर दिया और नई टेनिस कंपनी ने नए डिज़ाइन, नए नाम के साथ जूता डेवलप किया जिसका नाम ‘Nike’ रखा गया।

अब ब्लू रिबंस को अधिक कैपिटल की ज़रूरत थी और लोन की भी। Phil को Canada Shoe अच्छे नहीं लगे जिस वजह से Phil नए Supplier को ढूंँढ़ने लगे तो उनकी मुलाकात Nippon Rubber से हुई जिनके सैंपलस Phil को पसंद आए उन्होंने 1000 Shoe pairs का ऑर्डर दे दिया।

वर्ष 1972 में Phil के नए Tennis shoes discover हुए, उसी समय Chicago में नेशनल एसोसिएशन स्पोर्ट्स गुड्स Exhibition की शुरुवात हुई थी।

उसी समय नए Shoe ‘Nike’ Nippon Rubber द्वारा Manufacture किए गए थे जहांँ Phil ने Nike Jerseys और Shoes एथलीट्स को न्यू ब्रांड को Introduce करने के लिए डोनेट किये और ये आशा रखी की Athlete इन shoes को पसंद करें।

Onitsuka की परेशानी
फर्स्ट स्पॉन्सरशिप

जब Nike shoes को फेमस अमेरिकन टीम के Athletes ने पहना, तो उस समय एथलीट को इंसेंटिवस नहीं मिलते थे तो Phil ने उन्हें ब्लू रिबन स्पॉन्सर करने पर जॉब, घर ऑफर किया। Phil और Onitsuka के बीच प्रॉब्लमस हुई और Phil नए Cost लगभग 250,000 डॉलर, नए स्पॉन्सर, नए एथलीटस के साथ अपनी कंपनी ग्रोथ में लग गए।

Phil को और अधिक कैपिटल की ज़रूरत हुई जो बैंक के द्वारा ही पूरी हो सकती थी। लेकिन बैंक द्वारा Phil का अकाउंट चेक करने पर उन्होंने पाया कि Phil का अकाउंट रिस्क में है और अगर जल्दी सॉल्व नहीं किया गया तो जेल भी हो सकती है।

दूसरी ओर Nike के Shoe की Demands बढ़ने लगी, नाइक शूज़ पहनकर एथलिटस ने गोल्ड मेडल भी जीते लेकिन फिर भी कंपनी Loss से गुज़र रही थी।

Shoe New name, नई शुरुवात

वर्ष 1976 में Phil ने नए डिज़ाइन के शूज़ नाइक के रूप में उपलब्ध कराये। दो नए इन्वेस्टर्स रखे, एंपलॉयर्स को कॉलेज बॉस्केटबॉल और फुटबॉल टीम में डील स्पॉन्सर करने के लिए भेजा, Nike के नए कॉन्ट्रैक्ट Hire किए गए। सरकार से कनेक्शन के कारण Nike के लगभग 70 मिलियन डॉलर Sales हुए।

Shoe Brand connection
Chinese Market

फिर Phil की मुलाकात Chang से हुई ताकि Chinese मार्केट में प्रोडक्ट लांँच कर सके जिसके लिए सरकार की अनुमति की ज़रूरत थी। Nike के साथ दो एग्रीमेंट साइन किए गए ताकि 25 साल वह यह बिज़नेस कर सके। Nike 1980 में पब्लिकली इंट्रोड्यूस हुआ जिसकी पहले दिन की स्टॉक प्राइस 22 मिलियन डॉलर थी।

Phil-Nike वर्तमान संदर्भ

Phil 40 साल पहले यूएस में Largest billionaire साबित हुए। Nike की खरीदी आज लगभग $10 billion से अधिक हो चुकी है। Nike के कपड़े और जूते पूरी दुनिया में फेमस हैं और जिसके हजारों एथलीट स्पॉन्सर हैं।

अपनी बिजनेस जर्नी में Nike को अपने बिज़नेस के लिए नेगेटिव Views भी मिले लेकिन फिर भी Nike का काम अच्छा रहा। Nike की फैक्टरी Saigon (Vietnam) में खुली।

Phil ने अपने पूरे बिज़नेस सफर में यह सीखा की Luck का भी सक्सेस में Role होता है लेकिन कड़ी मेहनत, अच्छी वर्क टीम, कार्य के प्रति Determination की कोई तुलना नहीं होती।

Phil की सक्सेस Journey सिखाती है कि अपने लक्ष्य की प्राप्ति के लिए वर्क के प्रति फोकस, पूरी तरह समर्पण, दृढ़ता की ज़रूरत होती है। Phil सिर्फ Success चाहते थे, जब तक उन्होंने सक्सेस प्राप्त नहीं कर ली, जिसके लिए वे अनेक कठिनाईयों से गुज़रे। ये बुक उनके लिए एक अच्छी Guidance है जो कुछ बड़ा करने के सपने देखते हैं, उन्हें पूरा करना चाहते हैं। सफलता में Luck सहायता करता है लेकिन अपने कार्य के प्रति समर्पण ज़रूरी है।

निष्कर्ष

इस बुक समरी में Phil knight की आत्मकथा को प्रॉपर रूप से डिस्क्राइब किया गया है। Phil knight के जीवन यात्रा में सक्सेस की शुरुवात से सक्सेस की ग्रैंड Expandation तक का सफर, संघर्ष और सफलता की कहानी, सफलता के रूप में सही Guidance का वास्तविक स्वरूप Phil के जीवन से सीखने को मिलता है आदि बातों को दर्शाया गया है।

जिसे इस बुक समरी के ज़रिए अच्छे से जाना समझा जा सकता है और प्रेरणा स्वरूप अपने जीवन में गाइडेंस के रूप में Follow किया जा सकता है।

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