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कैसे एक Housewife ने 50,000 रुपये से 10 करोड़ रुपये का Business खड़ा किया

दोस्तों, ये एक motivational story in hindi, जिसमे एक छोटे से Idea ( Business idea in Hindi ) से एक housewife कैसे अपने पति की मदद के लिए एक Business empire खड़ा करती है। आप जानेंगे कि कैसे वह Women entrepreneurs of india की सूची में अपनी जगह बनाती है।

ये कहानी Jyoti wadhwa की है। साल 2010 की बात है। दिल्ली की एक Housewife ज्योति वाधवा और दो साल की बच्ची की माँ को ये सुनने को मिलता है उनके Husband investment बैंकिंग को छोड़ कर कुछ नया Business शुरू करना चाहते हैं, जो कि परिवार के इकलौते कमाने वाले मेंबर हैं।

अपने पति के इस जोखिम वाले फैसले से ज्योति को महसूस हुआ कि उसे भी Financially independent हो कर अपनी family की आर्थिक मदद करनी चाहिए। 

शादी से पहले ज्योति ने एक मल्टीनैशनल कंपनी में 3 साल काम किया था जिसकी वजह से ज्योति को Human Resources और प्रबंधन का अच्छा तजुर्बा था। उसने घर से ही कुछ करने का फैसला किया, क्योंकि वह अपनी 2 साल की बच्ची को प्ले स्कूल में छोड़ना नहीं चाहती थी और उसे अपने परिवार को भी देखना था। ज्योति ऐसे विकल्पों की तलाश में थी जिससे वह घर से ही काम कर सके।

Startup का Idea मिलना

कुछ कर गुजरने की चाह Jyoti को रास्ते दिखाती गई कि कब क्या करना है। उसने कभी अपने रिश्तेदारों से सुना था कि Online Business भी किया जा सकता है और उन्होंने ज्योति को पुरानी साड़ियों ( Vintage Saree) को बेचने का सुझाव दिया था। 

Jyoti कहती हैं कि,

मैंने कई दिन मार्किट Research पर लगाए कि लोगों को क्या पसंद है या किस तरह की साड़ियों की ज्यादा ज़रूरत है, ताकि कम से कम शुरुआती Investment से Business शुरू किया जा सके। मैं हर दिन 5 से 6 घंटे इसी रिसर्च पर लगाती थी ताकि यह पता कर सकूं कि ग्राहक क्या खरीद रहे हैं और कहां से खरीदते हैं।

इतनी रिसर्च करने के बाद आखिरकार ज्योति को विंटेज साड़ी सेल करने का आईडिया अच्छा लगा और जिसमे मार्जिन भी ज्यादा हो सकता था, क्योंकि बाज़ार में विंटेज साड़ियों की डिमांड भी ज्यादा थी और सप्लाई इतनी अच्छी नहीं थी। अब उसके बाद उसके पास सबसे बड़ा चैलेंज पैसों का अरेंजमेंट करना था।

Jyoti के पति के पास 1 लाख रूपए की सेविंग्स थी। अपनी मार्किट Research पूरी करने के बाद Jyoti ने पति के 50 हज़ार रूपए से अपना Business शुरू कर दिया। Ebay वेबसाइट पर Jyoti ने Vintage साड़ी को बेचना शुरू कर दिया। 

उधर Jyoti के पति Anshul ने अपने IT Service Business स्थापित करने पर ध्यान केंद्रित किया, ज्योति ने Vintage साड़ियों की बिक्री के लिए एक Online Business बनाने में खुद को डुबो दिया।

ज्योति कहती हैं,

“मेरे पास सिर्फ ₹50000 होने के कारण मुझे बहुत ध्यान से और Smartly Invest करना था। शायद यही मेरे लिए सबसे बड़ा चैलेंज था।”

Sanskriti Vintage का जन्म

साड़ियों की रिसर्च के दौरान ज्योति को पता चला की Printed pure silk fabrics वाली साड़ियों की डिमांड ज्यादा है। इसलिए ज्योति ने इन साड़ियों के ऊपर और रिसर्च करना शुरू कर दिया।

अपनी एक इंटरव्यू में ज्योति कहती हैं कि वह Handcrafted साड़ियों की डिमांड देखकर दंग रह गई और उसे जरूर मार्केट में बेचना चाहा। उसे हैंड क्राफ्टेड साड़ियों को बेचने का प्रोत्साहन मिला। जिसकी वजह से उसने इन साड़ियों को बेचने का पूरा मन बना लिया।

एक Entrepreneur के तौर पर ज्योति ने कुछ साड़ियों को सिलेक्ट किया और उसे ebay पर अपलोड कर दिया। और यहीं से Sanskriti Vintage का जन्म हुआ।  लेकिन ज्योति ने साड़ियों की अच्छी लिस्टिंग और प्रेजेंटेशन पर पूरा ध्यान दिया जिससे साड़ियों की सेल ज्यादा हो और customer का भी विश्वास बना रहे।

Sanskriti Vintage Entrepreneur

शुरुआती मुश्किलों का सामना

कहते हैं ना किसी बड़े काम को शुरू करने पर काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। उस समय Courior कम्पनिओं की Home pickup की सर्विस नहीं थी, जो किसी Product को Seller से pick करके buyer के address तक पहुंचा दे।

इसके लिए जब भी साड़ी के Orders आते थे, तो Jyoti को पोस्ट ऑफिस से Packege शिप करने पड़ते थे। जिसके लिए Jyoti को पोस्ट ऑफिस में काफी समय देना पड़ता था। ज्योति को कई घंटे अपने बेटी के साथ लाइन पर खड़ा रहना पड़ता था। 

Sanskriti Vintage की सफलता

Jyoti ने मार्किट में एक बड़ा Gap नोटिस किया कि ज़्यादातर Sellers शुद्ध रेशम की कढ़ाई वाली साड़ियां तो Online बेच रहे थे, लेकिन कोई भी Seller हैंड क्राफ्ट साड़ियों को नहीं बेच रहा था। और तो और quality और अच्छी डिस्प्ले लिस्ट पर ध्यान नहीं देते थे।

ज्योति ने यह भी नोटिस किया कि उस समय सेलर इस बिजनेस में ज्यादा इन्वेस्ट नहीं करते थे। वे साड़ियों को खरीद कर उसकी Mobile के 2 megapixel से फोटो लेकर लिस्टिंग बनाते और बेच देते, वह बहुत ही कम मार्जिन कमाते थे। जैसे कि ₹400 में एक साड़ी खरीद कर ₹600 में बेच देते थे।

ये Low quality selling तरीका  Jyoti के लिए एक बहुत बड़ी Opprotunity थी। तभी ज्योति को इन सब से ऊपर उठकर अपने बिजनेस को एक Brand बनाने की सोची और High quality महंगी साड़ियों का स्टॉक बनाना शुरू कर दिया।

Jyoti ने एक प्रोफेशनल कैमरा ख़रीदा और अच्छी Lighting से सभी साड़ी की Photos ले के अपने Online shop पर एक अच्छी इम्प्रेसिव साड़ी की डिस्प्ले लिस्ट बनाई। जिससे साड़ी की बिक्री में काफी ज्यादा बढ़ोतरी हुई। 

हालांकि ज्योति मार्केटिंग बजट ना होने के कारण मार्केटिंग तो नहीं कर सकती थी, लेकिन उसने Ebay पर टॉप आने के लिए दिन रात एक कर दिया। उसने अपनी साड़ियों की लिस्ट को Optimized किया।  जिसका नतीजा यह हुआ कि 500-600 साड़ियां 1 दिन में बिकने लगी, और वो भी $15 से $40 पर साड़ी के हिसाब से। इसमें उसको 15 से 20% का मार्जिन मिला। देखते ही देखते ज्योति ने बाजार पर 40 से 50% कब्ज़ा कर लिया। 

2011 में, Jyoti के पति अंशुल भी Jyoti के इस Venture में शामिल हो गए, क्योंकि उनका व्यवसाय अच्छा नहीं चल रहा था। अंशुल ने Sanskriti India के सभी Financial issues को संभाला।

Ebay का डूबना और एक नई शुरुआत

आपने कई motivational story in hindi तो पढ़ी होंगी, जिसमे मुसीबत का आना तो लाज़मी है। उसी तरह समय ने करवट ली और Jyoti को एक नई मुसीबत का सामना करना पड़ा। Ebay की मार्केट वैल्यू कम होने की वजह से साड़ी की सेल में काफी कमी आने लगी।

जिसकी वजह से ज्योति को 2013 में अपनी ऑनलाइन शॉप Amazon की तरफ शिफ्ट करनी पड़ी, जो तब भारत में नहीं थी। लेकिन ज्योति को Amazon में साड़ी की सेल का ज्यादा अच्छा रिस्पांस नहीं मिला। जिसका नतीजा यह हुआ कि Sanskriti Vintag टॉप से सबसे नीचे आ गई।

Zephyrr का जन्म होना

इतना सब कुछ होने के बाद ज्योति ने हिम्मत नहीं हारी। तब ज्योति को लगा कि उसे अब कुछ नया करना है। सो उसने नए जमाने के कपड़े और Fashion jewellery को बेचने का मन बना लिया। उसने साड़ी के साथ फैशन ज्वेलरी को ऐमजॉन पर बेचना शुरू किया, जिसका उसे काफी अच्छा रिस्पांस मिला। तब Zephyrr का जन्म हुआ। 

फिर क्या होना था ज्योति दिन-ब-दिन सफलता का स्वाद चखती रही और बहुत जल्द Zephyrr Amazom.com कि best seller बन गई। 

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आज की तारीख में Jyoti wadhwa के बिज़नेस का सालाना टर्नओवर ₹10 करोड़ से भी ज्यादा है, और तो और Jyoti Wadhwa 30 से ज्यादा महिलाओं को नौकरी भी दे रही हैं। 

Jyoti wadhwa कहती हैं, 

“हमारे पास In-house फ़ोटोग्राफ़र हैं, जो Products के नियमित फोटो-शूट करते हैं। एक Dedicated staff यह confirm करता है कि हर Product defect free हो। गुणवत्ता नियंत्रण और गुणवत्ता की जांच सर्वोच्च प्राथमिकता है, और यह हमारे Ebay स्टोर पर दिखता है, जहां हमारे पास 99.9% positive reviews हैं

2015 में, ज्योति को भारत के राष्ट्रपति की ओर से निर्यात श्री पुरस्कार मिला। यह एक ऐसा पुरस्कार है जो भारत से निर्यात में उत्कृष्टता के लिए हर दो साल में 50 चुने गए निर्यातकों ( exporters) को दिया जाता है।

Sanskriti India अब दुनिया भर में अपने Manufecturars का निर्यात करने वाले लगभग सभी E-Commerce प्लेटफार्मों पर उपलब्ध है। 

तो दोस्तों यह थी ज्योति वाधवा की Success story in Hindi, जो हमें यह संदेश देती है कि हालात चाहे कैसे भी हो अगर आपके पास अच्छा Idea है, आपके पास इच्छाशक्ति है कुछ कर गुजरने की, तो कैसे भी हालात में आपको कोई ना कोई रास्ता मिल ही जाता है।

दोस्तों! ये थी Motivational story in Hindi जिसमे एक छोटे से idea ( Business idea in Hindi ) से Jyoti Wadhwa ने ऊँचाइयों को हासिल किया। आपको ये Hindi success story कैसी लगी? comment करके हमें ज़रूर बताएं

धन्यवाद,

Article by ~ Minakshi Verma
मेरा ब्लॉग – www.lifewingz.com
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