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Patient को मोटीवेट कैसे करें

Best Patient Motivation Techniques for Health Improvement

दोस्तों, क्या आप जानते हैं एक व्यक्ति का आत्मविश्वास कब टूटता है जब वो मौत और जिंदगी के बीच की लड़ाई लड़ता है। जब किसी बच्चे को चोट लगती है तो वह दर्द से बहुत रोने लगता है उसे वह दर्द बर्दाश्त नहीं हो पाता और जब किसी बड़ी को चोट लगती है तो उसकी हालत भी बिल्कुल उस छोटे बच्चे जैसी हो जाती है।

कहने का मतलब ये है कि जब इंसान को कोई गहरी चोट लगती है तो वो अकेले उस दर्द से ऊभर नहीं पाता हैं। उसे किसी ऐसे कि जरुरत होती है जो उसे उस दर्द से बाहर निकाल सकें और यहीं पर मोटिवेशन काम आता है

इसीलिए जब Patient की हालत हद से ज्यादा खराब हो जाती है, तो सबका यह फर्ज होना चाहता है कि उसे मोटिवेट करें, ये मोटिवेशन उस Patient को किसी से भी मिल सकती है चाहे वह उस Patient का परिवार हो या डॉक्टर या कोई बाहर वाला।

उस Patient को बस उस मोटिवेशन की जरूरत है जो उसे उसकी बीमारी से लड़ने में मदद करें और एक नई जिंदगी शुरू करने में प्रेरणा दे।

पर कुछ Patient ऐसे होते हैं जिन्हें उनकी बीमारी के बारे में पता होता है कि अब वे ज्यादा दिनों तक नहीं जी सकते इसीलिए ऐसे पेशंट के साथ हमें बड़ी है विनम्रता के साथ व्यवहार करना चाहिए और उनके बचे हुए दिन में उनका साथ देकर उनका हौसला बढ़ाना चाहिए।

इसीलिए आज इस आर्टिकल में हम आपको Patient को मोटिवेट करने के कुछ ऐसे तरीके बताएंगे जिसका उपयोग कर आप उनका हौसला बढ़ा पाएंगे और उन्हें उनकी जीवन जीने की चाह को वापस ला पाएंगे।

Patient को Motivation की जरुरत क्यों पड़ती हैं?

क्या आप जानते हैं जब किसी इंसान को चोट लगती है तो सिर्फ उसे Body pain ही नहीं होता बल्कि वह Mentally unstable भी हो जाता है।

इसलिए नीचे के दिए गए पॉइंट से हम आपको बताएंगे कि क्यों एक पेशेंट को मोटिवेशन की बहुत जरूरत होती है अपने दर्द से उभरने के लिए

1. शारीरिक रूप से कमजोर होने पर

इंसान का जब कोई एक्सीडेंट हो जाता है या उसकी कोई हड्डी टूट जाती है तो उसके शरीर का एक भाग कमजोर हो जाता है जिसका प्रभाव उसके पूरे शरीर पर पड़ता है और इससे उस व्यक्ति का आत्मविश्वास भी कमजोर हो जाता है, ऐसे समय पर वह व्यक्ति दूसरे से आशा करता है मोटिवेशन की कि कोई व्यक्ति उसे मोटिवेट करें अपने चोट को ठीक करने में और स्वस्थ बनने में।

2. कोई बड़ी बीमारी होने पर

जब किसी पेशेंट को यह पता होता है कि उसे कोई एक बड़ी बीमारी है जैसे कैंसर ,टीवी, और ट्यूमर आदि। तो उस पेशेंट की जीने की इच्छा धीरे-धीरे खत्म होने लगती है और वो पेशेंट अपने मौत से पहले ही हर रोज मरता है, तो ऐसे वक्त पर यह बहुत जरूरी है कि उस व्यक्ति के अंदर की जीने की चाह को फिर से जगाया जाए और उसके जीवन को खुशहाल बनाया जाए।

3. जीने की इच्छा ना रहे

जब कोई बुजुर्ग अपने जीवन के अंतिम पड़ाव पर आ जाते है तो धीरे-धीरे उसके जीने की चाह भी खत्म होने लगती है और जिससे उसके परिवार वाले उसके जीवन के लिए चिंतित होना शुरू कर देते हैं, ऐसी स्थिति में वो बुजुर्ग अपने परिवार वालों से मोटिवेशन की चाह रखता है जो उसे और ज्यादा जीने के लिए बढ़ावा देती हैं।

4. शारीरिक रूप से अपंग होने पर

दुनिया में कई अपंग व्यक्ति है पर जब कोई व्यक्ति किसी एक्सीडेंट से अपंग हो जाता है तो इससे उसका पूरा आत्मविश्वास भी टूट जाता है और वो चाह कर भी ठीक नहीं हो पाता।

ऐसे में उस अपंग व्यक्ति की सेहत को ठीक करने के लिए दवाइयों और एक्सरसाइज के साथ-साथ मोटिवेशन की भी बड़ी जरूरत पड़ती है जो उसे हौसला देती है वापस से ठीक होकर अपने normal life में जाने के लिए।

इस प्रकार इन सभी कारणों से एक पेशेंट को मोटिवेशन की जरूरत पड़ती है जो उसे उसके करीबी लोग या डॉक्टर से ही नहीं बल्कि किसी बाहर वाले से भी मिल सकती है।

Patient में उम्मीद कैसे पैदा करें ?

वैसे तो पेशेंट कई तरह के होते हैं कुछ ऐसे लोग होते हैं जिन्हें छोटी चोट लगी होती है और जो कुछ ही दिनों में ठीक हो जाती है, तो कुछ ऐसे होते हैं जिनके घाव बहुत लंबे समय के बाद भी नहीं भर पाते और कुछ तो अपनी मौत के अंतिम पड़ाव पर खड़े रहते हैं।

तो ऐसे पेशेंट को मोटिवेशन की बड़ी जरूरत होती है और इन पेशेंट्स में उम्मीद जगाए रखने के लिए हम आपको कुछ ऐसे तरीके बताएंगे जिनका यूज करके आप उन्हें फिर से स्वस्थ बना पाएंगे।

1. Patient से बातें करना

कुछ Patient अपने घाव को देखकर इतना डर जाते हैं कि दूसरे लोगों से मिलना जुलना ही छोड़ देते हैं तो ऐसे पेशेंट में वापस से उम्मीद जगाने के लिए आपको उनके साथ बातें करनी चाहिए और उन्हें बातों बातों में जीवन जीने के लिए मोटिवेट करना चाहिए।

2. खेलकूद करना

कहते हैं कि जब लोग बड़े हो जाते हैं तब वो बच्चों जैसी हरकतें करना शुरू कर देते हैं और खास कर बुजुर्ग लोग! बूढ़े लोग जो बीमार पड़ते हैं तब उनका मूड हमेशा खराब रहता है। तो इस तरह के पेशेंट को मोटिवेट करने के लिए उनके साथ खेलना चाहिए क्योंकि बूढ़े लोग जब एक बच्चे की तरह किसी के साथ खेलते हैं तो वह भी बच्चे बन जाते हैं और उनके अंदर जीने की चाहत फिर से जग जाती है।

3. बाहर की दुनिया देखनी चाहिए

जो पेशेंट अपनी हालत को देखकर बहुत दुखी हो जाते हैं और बाहर की दुनिया से मेलजोल ही खत्म कर लेते हैं तो ऐसे पेशेंट में जीने की उम्मीद को वापस से जगाने के लिए हमें उन्हें बाहर ले जाकर पूरी दुनिया दिखानी चाहिए और एक स्वास्थ्य वातावरण में उन्हें रोज घुमाना चाहिए जिससे उन्हें उस दुनिया को देखकर अच्छा लगे और उनकी जीने की उम्मीद वापस आ जाए।

4. पेशंट को उनके जैसे ही पेशंट से मिलवाना

जो पेशेंट अपने शारीरिक रूप से खुश नहीं रहते और दिन प्रतिदिन निराश होते जाते हैं तो ऐसे पेशेंट में हौसला जगाने के लिए हम लोगों उन पेशेंट को उनके जैसे पेशेंट से मिलवाना चाहिए और उन्हें यह दिखाना चाहिए कि किस तरह से दूसरे पेशेंट अपनी लाइफ कितने अच्छे से जीने की कोशिश कर रहे हैं और अपने स्वास्थ्य को अच्छा बनाए रखने की कोशिश कर रहे है।

Patient को खुश कैसे रखे?

दोस्तों आप तो यह समझते ही होंगे कि जब कोई पेशेंट बीमार होता है तो उसका स्वभाव चिड़चिड़ा हो जाता है और वह किसी से भी बात करना पसंद नहीं करता तो ऐसी स्थिति में आपको अपनी पेशेंट को खुश रखना चाहिए।

Patient को खुश रखने के लिए हम आपको कुछ ऐसे मजे मजेदार पॉइंट्स बताएंगे जिसका प्रयोग कर आपका पेशेंट बहुत खुश हो जाएगा :

1. Patient को फूल दे

अगर आपका कोई रिश्तेदार या पेशेंट हॉस्पिटल में है तो उसकी सेहत देखने जाने के वक्त आपको अपने साथ फूलों का गुलदस्ता लेकर जाना चाहिए इससे आपके पेशेंट को बहुत ही अच्छा लगेगा।

हॉस्पिटल के शादी वातावरण से हटकर जब पेशेंट रंग बिरंगी फूलों को देखेगा तो उसे बड़ी खुशी होगी और उसका मन शांत होगा।

2. पेशेंट को गिफ्ट दे

आप अपने पेशेंट को छोटे-छोटे गिफ्ट सरप्राइज देकर खुश कर सकते हैं। जब वह आपके गिफ्ट को देखेगा तो उसे बहुत खुशी होगी और उसे किसी के साथ होने का एहसास होगा इससे उसके ठीक होने की chances और भी ज्यादा बढ़ जाएंगे।

3. स्पेशल फील करवाने के लिए पेशेंट को चॉकलेट दे

जब पेशेंट हॉस्पिटल के फीके खाने को खा कर ऊब जाए तो आपको उन्हें कुछ चॉकलेट्स देना चाहिए जिसे खाकर उन्हें बहुत अच्छा लगेगा।

4. पेशेंट को स्टोरी सुनाएं

जब कोई व्यक्ति बीमार होता है तो उसकी हालत एक छोटे बच्चे जैसी हो जाती है जैसे किसी भी काम को करने की इजाजत नहीं होती और उसे दिन भर पलंग पर ही रहना पड़ता है इसलिए आपको अपने पेशन को कुछ अच्छी स्टोरी सुनानी चाहिए जिससे उनका वक्त अच्छी तरह बीते और वे bored ना हो और किसी के साथ से उनका अकेलापन भी दूर होगा और वे जल्दी ठीक होने की कोशिश करेंगे।

5. पेशेंट को कुछ मजेदार चुटकुले और सुनाने चाहिए

हॉस्पिटल में या एक ही जगह पर रहकर आपका पेशेंट दिन भर बोर हो जाता है तो ऐसे में आपको उसे खुश करने के लिए कुछ मजेदार चुटकुले सुनाने चाहिए। आप कुछ इस तरह के चुटकुले सुना सकते हैं

कोई भी बंटी से बात नहीं करता था। तो एक दिन बंटी को एक जादुई चिराग मिला, जिससे बंटी ने एक इच्छा मांगी कि मुझे एक बड़ी सी गाड़ी दे दो इसमें बहुत सारे लोग हो और मेरे पास बहुत सारे पैसों का एक बस्ता भी हो।

तो इसके जवाब में उस जिनी ने बंटी को बस का कंडक्टर बना दिया जिससे कि उसके बस में बहुत सारे लोग हो और उसके पास बहुत सारे पैसे भी हो जाए। कुछ इसी तरह आप अपने पेशेंट को कुछ मजेदार चुटकुले सुना कर उसे खुश कर सकते हैं।

इस प्रकार इन मजेदार तरीकों का प्रयोग कर आप अपने पेशेंट को खुश कर सकते हैं और उसकी सेहत मेंं भी अच्छा बदलाव ला सकते हैं।

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