• Business Ideas
  • Success Stories
  • व्यक्तित्व विकास
  • सफलता के रहस्य
  • Book Summary
  • Health Tips
Facebook Twitter Instagram LinkedIn Reddit RSS
Most Liked Posts
  • तेरे मेरे इर्द गिर्द : पुस्तक समीक्षा
  • Share Market में नुकसान होने के बावजूद भी लोग पैसा क्यों लगाते हैं?
  • Share market से पैसे कैसे कमाए? Profit बुक करें, मुश्किल नहीं हैं
  • Probo Earning App से पैसे कैसे कमाएं
  • Gyan Kamao का इस्तेमाल करके Gyankamao से पैसे कैसे कमाएं?
  • Freelancing से पैसे कमाने के आसान तरीकें
  • Facebook Ads (FB Advertisements) से कैसे करें कमाई?
  • मोटरसाइकिल (Bike) से पैसे कैसे कमाएं जा सकते हैं ?
Facebook Twitter Instagram Pinterest LinkedIn Reddit RSS
AchhiBaatein.Com
  • Business Ideas
  • Success Stories
  • व्यक्तित्व विकास
  • सफलता के रहस्य
  • Book Summary
  • Health Tips
AchhiBaatein.Com
सफलता के रहस्य 6 Mins Read

सर्वाकर्षक श्रीकृष्ण के सिद्दांत जो जीना और संघर्ष करना सिखाते हैं

Mahesh YadavBy Mahesh YadavUpdated:Jan 29, 20231 Comment6 Mins Read
साझा करें
Twitter LinkedIn Pinterest Tumblr Reddit WhatsApp

Sri krishna janmashtami, Life Changing Lessons to Learn from Lord Krishna, Sri Krishna’s life & teachings, Management Guru & Bhagwat Gita

हमें श्रीमद्भागवद्गीता का ज्ञान देने वाले परम पुरषोत्तम भगवान श्रीकृष्ण के जीवन से हम बहुत कुछ सीख सकते हैं, श्रीमद्भागवद्गीता में तो भगवान ने सभी प्रकार का ज्ञान दिया हैं, परन्तु यदि हम केवल उनके जीवन को देखे तो हमें काफी कुछ सीखने को मिलेगा, हम उनके जैसा तो नहीं बन सकते परन्तु उनके दिखाए गए रास्ते पर चलने की कोशिश तो कर ही सकते हैं।

आखिर क्यों हैं श्रीकृष्ण सर्वाकर्षक

Top post on IndiBlogger, the biggest community of Indian Bloggersकोई भी व्यक्ति सर्वाकर्षक केवल तभी हो सकता हैं जब उसके पास निम्न छह ऐश्वर्य असीम मात्रा में हो

  1. सम्पति – श्रीकृष्ण जैसा और कोई नहीं हैं जो यह दावा कर दे कि वह सर्वाधिक सपन्न हैं, उसके पास जगत की सम्पूर्ण सम्पति हैं, भगवत गीता के 5th अध्याय में भगवान ने कहा हैं कि मैं समस्त प्रकार के यज्ञो तथा तपस्याओं का भोगता व् समस्त लोको का स्वामी हूँ।
  2. सौदर्य – हम श्रीकृष्ण की वृद्ध रूप में कोई चित्र नहीं पाते हैं क्योकि वो कभी वृद्ध नहीं होते हैं, कुरुक्षेत्र की रणभूमि में जब उनकी आयु 90 वर्ष थी तथा उसने अनेक प्रपोत्र भी थे, तब भी वो एक नवयुवक जैसे ही दिखाई देते थे।
  3. ज्ञान – भागवतगीता में आप समस्त प्रकार के ज्ञान-विज्ञान (भौतिक, आध्यत्मिक, सामाजिक, राजनीतिक, वैज्ञानिक, दार्शनिक आदि) प्राप्त कर सकते हैं और यह हमें दिखाता हैं कि श्रीकृष्ण का ज्ञान पूर्ण हैं।
  4. शक्ति – 3 माह की उम्र में पूतना का वध किया, सात वर्ष की आयु में गोवर्धन पर्वत को 7 दिनों तक एक ऊँगली पर उठाएं रखना, उनकी अपार शक्ति को दिखाता हैं।
  5. यश – संसार के इतिहास में 5000 वर्षो के बाद भी भागवतगीता के वक्ता के रूप में पुरें विश्व में प्रसिद हैं विश्व की हर भाषा के शब्दकोष में श्रीकृष्ण शब्द होता हैं।
  6. वैराग्य – हम स्वयं द्वारा निर्मित की गई वस्तु से आसक्त रहते हैं तथा उसका त्याग नहीं करना चाहते, जबकि सम्पूर्ण भौतिक संसार श्री कृष्ण द्वारा सृजित होते हुए भी यहाँ उनकी लेश मात्र भी रूचि नहीं हैं।

कृष्ण के सिद्दांत जो जीना सीखाते हैं

  • हमेशा मुस्कराहट फैलाइयें
    किसी भी तस्वीर, चित्र या प्रतिमा में आप पायेंगे कि श्री कृष्ण (Krishna) कभी उदास-निराश नहीं दिखे, श्री कृष्ण मतलब “हँसते-हँसते जीना”, जब से श्रीकृष्ण माता के गर्भ में आये तो तब से न जाने कितने जुल्म और अत्याचार और हमले उन पर होते रहे, परन्तु वे उन सभी परिस्थितियों में समान बने रहे।

    उनका चेहरा हमेशा मुस्कराहट से चमचमाता दिखता हैं वे नृत्य करते हैं लीला करते हैं, आजीवन मस्ती में झूमते रहते हैं जो भी स्थिति हो-भले ही विरोधी का वध हो या युद्ध, आनंदमय वातावरण हो या फिर गंभीर स्थिति हमेशा ही उनके चेहरे पर मुस्कान ही रही हैं, लोग कई बार इसको दैवीय गुण मानते हैं, लेकिन यह हैं वास्तव में मानवीय गुण।

  • दोस्ती दिल से निभाएं
    श्रीकृष्ण ने मित्रता के खातिर नियम-शर्ते(Protocols) सहित सभी बंधन तोड़ दिए थे
    श्री कृष्ण, दोस्ती के लिए सारे बंधन तोड़ देते हैं युद्ध में उन्होंने अस्त्र-शस्त्र नहीं उठाने का संकल्प लिया था, लेकिन जब भीष्म के सामने मित्र अर्जुन को संकट में देखा तो रथ का पहिया लेकर भीष्म की तरफ दौड़ पड़े। अर्जुन ने सूर्यास्त से पहले जयद्रथ का वध करने की प्रतिज्ञा की थी, जयद्रथ को बाहर निकलने के लिए श्री कृष्ण ने सूर्य तक को ढक दिया था और जयद्रथ को बाहर पाकर अर्जुन के उसका वध कर दिया था।

    सुदामा के आने की खबर पाकर इतने उतावले हो गए कि नंगे पैर स्वयं लेने के लिए दौड़े दौड़े आये और ऐसा आदर सत्कार किया गया कि पूरा राज्य आश्चर्य से देखता रह गया।

  • सैदव प्रेम से रहिये
    घर में सुदर्शनधारी कृष्ण नहीं बल्कि बंशी वाले की पूजा की जाती हैं यह उनके प्रेमस्वरुप को दिखाता हैं।
    स्वर्ग में राधा ने कृष्ण से कहा था कि जब आप प्रेम में थे तब ऊँगली पर गोवर्धन पर्वत उठाकर लोगो को बचाया था और जब प्रेम से अलग हुए तो आपने सुदर्शन चक्र उठा लिया और दुष्टों का विनाश करने लगे। प्रेम आपका सच्चा स्वरुप हैं इसलिए घरो में प्रेम में डूबे बांसुरी वाले कान्हा की ही तस्वीर मिलेगी, राधा ने कहा भले ही “भागवत गीता” में मेरा नाम न हो लेकिन गीता के पूर्ण होने पर “राधे राधे” स्मरण किया जाता हैं।
  • हमेशा सादगी में रहिये
    जेल में जन्में, ग्वालो संग बाललीला, गोधन की सेवा और वन में देहत्याग
    ईश्वर रूप होते हुए भी कृष्ण साधारण मानव की तरह रहे, जन्म कारावास में हुआ उफनती यमुना नदी से होते हुए गोकुल गाँव में पहुचे, ग्वालो संग गाये चराई, सादगी में दिव्यता और भव्यता का सन्देश दिया कृष्ण ने कई राजाओ को जीता, लेकिन कभी किसी पराजित का सिंहासन नहीं लिया, हमेशा किंग मेकर रहे दिव्य अवतारी शक्ति के बावजूद मनुष्य की भांति ही देहत्याग किया, बहेलिए के बाण से जख्मी होकर भालका तीर्थ में देह त्याग किया।

कृष्ण के सिद्दांत जो संघर्ष सिखाते हैं

  • दमनकारी और अहंकारी के सामने चुप न रहे
    कनिष्का ऊँगली पर गोवर्धन उठाकर इंद्र का अहंकार तोडा, ग्वालबालो का सम्मान लौटाया
    श्री कृष्ण के गोवर्धन पर्वत एक ऊँगली पर उठा लिया था, इसमें स्वाभिमान का सन्देश हैं असल में “इंद्र देव” मथुरा गोकुल और वर्न्दावन के लोगो को डराकर अपनी पूजा करवाते थे, श्री कृष्णा ने लोगो से कहा की पूजा बंद कर दो, नाराज इंद्र ने बहुत बारिश कर दी, कृष्ण ने अपनी सबसे छोटी ऊँगली पर गोवर्धन उठा लिया और लोगो से कहा कि अपनी लाठियों से गोवर्धन उठाएं ताकि विजय में सभी का योगदान हो।
  • सहनशील बनो, कायर नहीं
    शिशुपाल के 100 अपराध किये सहन, 101 अपराध पर दे दी जीवन से मुक्ति
    कोई भी और किसी भी प्रकार का दमन सहन नहीं करना चाहिए, शिशुपाल की माँ जानती थी कि उनके बेटे का वध श्रीकृष्ण के हाथ होगा इसलिए मां ने शिशुपाल के लिए कृष्ण से जीवनदान माँगा था। श्रीकृष्ण ने भी उन्हें वचन दिया कि मैं उसके 100 अपराध माफ़ कर दूंगा। जब शिशुपाल ने उन्हें अपशब्द कहना जारी रखा तब कृष्ण ने 101 वे अपशब्द कहते ही उसके जीवन का अंत कर दिया।
  • अत्याचार के खिलाफ, हिम्मत दिखाए
    बलवान से डरे नहीं, 16 की उम्र में कंस के योद्धा के प्राण हथेलियों के प्रहार से हर लिए
    श्री कृष्ण मार्शल आर्ट के सच्चे जनक थे, इससे कंस के समक्ष मल्ल-युद्द में चाणूर और मुष्टिक नाम के शक्तिशाली दानवो का अंत कर दिया इनके वध के समय श्री कृष्ण की उम्र मात्र 16 वर्ष थी, मथुरा में रजक का मस्तक हथेली के प्रहार से धड से अलग कर दिया था पूतना सहित कंस द्वारा भेजे गए पांच और दानवो का वध किया कंस का वध भी कंस के दरबार में ही किया था।
    सन्देश था बलवान से डरे नहीं बल्कि विश्वास के साथ मुकाबला करें।
  • विजय के लिए जरुरी हैं व्यूह रचना (Strategy)
    महाभारत युद्ध में पांड्वो की विजय हुयी इसमें सबसे अहम् भूमिका भगवान कृष्ण के प्रबंधन की ही रही। श्रीकृष्ण महामानव थे, बिना किसी की मदद से वह सबकुछ कर सकते थे लेकिन महाभारत में सक्रिय भूमिका के बिना रणनीतिक दक्षता से पांडव विजयी रहे, इसलिए श्री कृष्ण (Krishna) मैनेजमेंट गुरु कहलायें उनकी फिलोसफी और सिद्दांत रोजमर्रा के जीवन और उसके प्रबंधन में हमेशा कारगर साबित होते हैं।
Previous Articleउद्धव गीता – सृष्टि का नियम है कि विवेकवान ही जीतता है
Next Article World GK In Hindi ~ विश्व सामान्य ज्ञान
Mahesh Yadav
  • Website
  • Facebook
  • Twitter
  • LinkedIn

Mahesh Yadav is a software developer by profession and likes to posts motivational and inspirational Hindi Posts, before that he had completed BE and MBA in Operations Research. He has vast experience in software programming & development.

यह भी पढ़े

8 Mins Read

सुबह 3:00 बजे कैसे उठे? सुबह जल्दी उठने के फायदे

पूरा पढ़े
9 Mins Read

बुद्धिमान व्यक्ति के 10 लक्षण क्या है?

पूरा पढ़े
11 Mins Read

Smart Work और Hard Work में क्या फर्क है?

पूरा पढ़े

1 Comment

  1. Aditi singh on Dec 24, 2019 11:07 am

    very helpful and informative information about सर्वाकर्षक श्री कृष्ण .thanks you Mahesh sir

    Reply

Leave A Reply Cancel Reply

Popular Posts
5 Mins ReadJul 25, 2020

छोटे Business Man के लिए Financial Planning के कुछ Tips

9 Mins ReadMar 9, 2025

भारत के राज्य, राजधानी और मुख्यमंत्री

7 Mins ReadAug 16, 2020

विश्व के प्रमुख देश उनकी राजधानी एवं मुद्राएँ | Country, Capital & Currency

6 Mins ReadDec 31, 2022

Blog, Blogging क्या हैं? क्या मुझे ब्लॉगिंग करनी चाहिए?

8 Mins ReadAug 15, 2020

जानिए पेटेंट, कॉपीराइट और ट्रेडमार्क के बारें में About Trademark, Copyright & Patent

Latest Posts
5 Mins ReadOct 13, 2024
तेरे मेरे इर्द गिर्द : पुस्तक समीक्षा
9 Mins ReadAug 6, 2023
Share Market में नुकसान होने के बावजूद भी लोग पैसा क्यों लगाते हैं?
9 Mins ReadAug 6, 2023
Share market से पैसे कैसे कमाए? Profit बुक करें, मुश्किल नहीं हैं
15 Mins ReadJul 17, 2023
Probo Earning App से पैसे कैसे कमाएं
1 2 3 … 184 Next
Categories
  • Blogging Tips (8)
  • Book Summary (35)
  • Business Ideas & Earn Money (31)
  • General (13)
  • General Knowledge (55)
  • Health Tips (53)
  • Hindi Essay (2)
  • Hindi Quotes (59)
  • Hindi Thoughts (39)
  • Let's Laugh (8)
  • Motivational Hindi Songs (47)
  • Motivational Hindi Stories (25)
  • Personality Development (50)
  • Success Stories (17)
  • अमर कहानियाँ (7)
  • चाणक्य नीति (19)
  • चुटकुले (9)
  • जीवनी (63)
  • धार्मिक परंपरा व आस्था (12)
  • प्रेरक प्रसंग (10)
  • महत्वपूर्ण जानकारियां (9)
  • रोचक घटनाये (3)
  • रोचक तथ्य (8)
  • लोक व्यवहार (33)
  • श्रीमदभागवत गीता अंश (9)
  • सफलता के मंत्र (73)
  • सफलता के रहस्य (54)
  • हिंदी कहानियाँ (93)
  • हिंदी दोहे और उक्तिया (1)
  • हिंदी शेर और शायरी (6)
  • हिन्दी कविताएं (40)
About Us

अच्छी बातें डॉट कॉम

AchhiBaatein is a famous Hindi blog for Famous Quotes and Thoughts, Motivational & Inspirational Hindi Stories and Personality Development Tips

DMCA.com Protection Status

Recent Comment
  • Sahil Solanki on आसान तरीकों से रोज 200 रूपए कैसे कमाए?
  • Rohini on खुद को सोने के सिक्के जैसा बनाइए अगर नाली में भी गिर जाए तो भी कीमत कम नहीं होती
  • Manisha mer on भीड़ हौंसला तो देती है, लेकिन पहचान छीन लेती है | Never follow the crowd
  • Umang pasaya on Free Fire Game खेलकर पैसे कैसे कमाएं?
Subscribe to Updates
सभी नए Posts अपने E-Mail पर तुरंत पाने के लिए यहाँ अपनी E-mail ID लिखकर Subscribe करें।

कृपया यहाँ Subscribe करने के बाद अपनी E-mail ID खोलें तथा भेजे गये Verification लिंक पर Click करके Verify करें

Powered by ® Google Feedburner

Copyright © achhibaatein.com 2013 - 2025 . All Rights Reserved
  • About Us
  • Contact Us
  • Advertise
  • Guest Column
  • Privacy Policy
  • Sitemap

Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.