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बच्चों को पढ़ने के लिए कैसे Motivate करें

Motivate Child, दूसरे बच्चों से नहीं करें तुलना

दोस्तों, आज कल हर पेरेंट्स की यही परेशानी है कि अपने बच्चों को मोटिवेट कैसे करें ? क्योंकि उनके बच्चों का आलसपन उनके माता-पिता की सबसे बड़ी समस्या बनती जा रही है। ऐसे में आजकल बच्चों को मोटिवेट कैसे करें? एक मुख्य प्रश्न बन चुका है।

बच्चे पढ़ाई में ध्यान ही नहीं देते है, दिन भर घर में ही बैठे रहते हैं बाहर जाकर नहीं खेलते, यह सब उनके माता-पिता को बहुत ही परेशान करता है और इन सब कारणों के वजह से बच्चों की शारीरिक और मानसिक सेहत पर भी बहुत गहरा असर पड़ता है।

इसीलिए इस लेख में हम आपको बताएंगे कि किस तरह आप अपने बच्चों को हमारे बताए गए पॉइंट से मोटिवेट कर सकते हैं और उन्हें आगे बढ़ते रहने की प्रेरणा दे सकते हैं।

बच्चे कमजोर और आलसी क्यों बनते जा रहे है?

बच्चों के दिन भर घर में रहने का सबसे बड़ा कारण उनका मोबाइल फोन है। बढ़ते समय के साथ-साथ बच्चों का दिमाग भी तेजी से बढ़ते जा रहा है अब उनको किसी भी चीज को समझने में ज्यादा समय नहीं लगता हैं खासकर Electronic चीजों को क्योंकि वो इन चीजों को आसानी से चलाना सीख लेते हैं और उसे चलाने में माहिर हो जाते हैं।

नीचे के पॉइंट में हम आपको बताएंगे कि बच्चे आखिर क्यों घर में ही रहना पसंद करते हैं और बाहर जाकर खेलना नहीं चाहते ।

  1. मोबाइल चलाना
  2. दिन भर घर में ही रहना
  3. दूसरे बच्चों के साथ न रहना
  4. अकेला रहना पसंद करना
  5. शारीरिक रूप से कमजोर होना

1. मोबाइल चलाना : आज हर घर में एक ना एक फोन तो रहता ही है। थोड़ी उम्र बढ़ते ही बच्चे मोबाइल का इस्तेमाल करना शुरू कर देते हैं। मोबाइल फोन बच्चों के बिगड़ने का सबसे बड़ा कारण है जिससे बच्चे बाहर जाकर खेलना पसंद नहीं करते और पढ़ाई में भी मन नहीं लगाते हैं।

आज के वक्त में बच्चों के इतने डिस्ट्रैक्टेड होने की वजह भी यही है।

2. दिन भर घर में ही रहना : जो बच्चे दिन भर अपने घर में रहते हैं उन बच्चों का शारीरिक विकास पूरी तरह नहीं हो पाता है जिससे उनके माता-पिता भी परेशान रहते हैं।

जो बच्चे ज्यादा बाहर जाना पसंद नहीं करते और दिन भर घर ही में रहते हैं तो इससे भी धीरे-धीरे खेलकूद में दिलचस्पी लेना भी बंद कर देते हैं और शारीरिक रूप से विकसित नहीं हो पाते।

3. दूसरे बच्चों के साथ ना रहना : जो बच्चे अकेला रहना पसंद करते हैं और दूसरों के से मिलना जुलना पसंद नहीं करते हैं उनकी जिंदगी बहुत बोरिंग हो जाती है और उनके माता-पिता भी उनके इस व्यवहार से परेशान हो जाते हैं। क्योंकि बच्चों के माता-पिता चाहते हैं कि उनके बच्चे अच्छे से पढ़ाई लिखाई करें।

4. अकेलापन : बच्चों का पढ़ाई में मन ना लगाना और बाहर ना निकलने का सबसे बड़ा कारण उनका अकेलापन है। जो बच्चे बचपन से ही अकेला रहना पसंद करते हैं वे बड़े होते होते बहुत ही Non- Social बन जाते हैं और यही कारण है कि वह पढ़ाई में मन नहीं लगाते।

5. शारीरिक रूप से कमजोर होना : जो बच्चे शारीरिक रूप से कमजोर होते हैं या अपंग होते हैं वो बच्चे अपने आप को सबसे दूर कर लेते हैं और वह अकेले रहना पसंद करते हैं।

ऐसे बच्चे ज्यादा पढ़ाई में ध्यान नहीं लगाते और ना ही दूसरों के साथ खेलना पसंद करते हैं जिससे उनके माता-पिता उनके लिए परेशान हो जाते हैं।

इन सभी कारणों से बच्चे ज्यादातर अकेले रहते हैं और बाहर जाकर नहीं खेलते और यह कारण ही उनके शारीरिक और मानसिक विकास को रोकता है जिसके जिससे उसके माता-पिता भी उनके लिए बहुत परेशान हो जाते हैं।

बच्चों को मोटिवेट कैसे करें?

अब आप यही सोच रहे होंगे कि जब आपके बच्चे बहुत दुखी हो जाते हैं और किसी भी काम को करने में कोई दिलचस्पी नहीं जताते तो किस तरह आपको अपने बच्चों को मोटिवेट करना चाहिए।

इसके लिए आप नीचे दिए गए पॉइंट्स को जरूर पढ़ें और उन्हें अपने जीवन में उपयोग करें।

1. बच्चों के पसंद को पसंद करना

अपने बच्चों को मोटिवेट करने के लिए आप को उनके साथ फ्रेंडली रहना होगा। और इसके लिए फैमिली को अपने बच्चों के सारे पसंद, नापसंद पता होना चाहिए।

जो पेरेंट्स अपने बच्चों की पसंद में अपनी पसंद जाहिर करते हैं उनके बच्चे बहुत जल्दी ही समझदार बनने लगते हैं। अपने बच्चों को उनकी पसंद की चीजें करने में मोटिवेट करने से बच्चे समझदार होते हैं और इस तरह से आपसे मोटिवेट होकर अच्छी तरह बड़े बनते हैं।

2. बच्चों को किसी भी काम को करने से ना रोकना

जो बच्चे बहुत सारी चीजों को करने में तंदुरुस्त होते हैं उन्हें किसी भी काम को करने से नहीं रुकना चाहिए इससे उनका जोश कम होता है।

बच्चों को गलत काम भी नहीं करने देना चाहिए पर जब वह आपके सामने कुछ अच्छे काम करना चाहे तो आपको उन्हें रोकना नहीं चाहिए बल्कि उन्हें सदैव पास जाकर खेलने के लिए मोटिवेट करते रहना चाहिए जिससे बच्चे अच्छी तरह बड़े होंगे।

3. बच्चों को गलती करने देना

आप तो यह जानते ही‌ है ना कि लोग अपनी गलतियों से ही सीखते हैं तो भले बच्चे क्यों ना सीखे। इसलिए आप को बच्चों को मुश्किल काम और खेलने कूदने देना चाहिए क्योंकि जब वह अपने काम को करते समय गलती करते हैं।

और खुद सुधारते हैं तो उनसे उनका मानसिक विकास होता है और बच्चों की खेलकूद में लगे चोट उनके बड़े होने की निशानी है।इसलिए आपको अपने बच्चों को हमेशा खेलने देना चाहिए और गलतियाँ करने से दूर नहीं रखना चाहिए।

4. बच्चों को नहीं डाटना

जिन बच्चों के पेरेंट्स अपने बच्चों को बहुत ज्यादा डांटते हैं उनके बच्चे धीरे-धीरे बिगडल़े और गुस्से वाले बनने लगते हैं और अपने बड़ों का कहां कभी नहीं मानते।

इसलिए आपको सभी अपने बच्चों को प्यार और समझदारी से समझाना जाना चाहिए और उनकी गलती का एहसास दिलाना चाहिए जिससे वह खुद ही अपनी गलती को सुधारें और अच्छी तरह बड़े और खेले कूदे।

5. बच्चों को नए तरीको से जरूरी चीजों के बारे में बताना चाहिए

छोटे बच्चों को ज्यादा समझ नहीं होती तो हमेशा उन्हें खेल-खेल में ही नहीं थी जो वह करने के लिए मोटिवेट करना चाहिए और खेलने कूदने के लिए हमेशा उत्साहित करना चाहिए। बच्चों को ड्राइंग सिंगिंग डांसिंग मार्शल आर्ट्स आदि जिलों में भी इंटरेस्ट जाना चाहिए जिससे हुए और अच्छी तरह उचित हो।

तो इन तरीकों का इस्तेमाल कर आप अपने बच्चों को खेलने में और पर अच्छी विकसित होने के लिए मोटिवेट कर सकते हैं।

बच्चों को पढ़ाई में मोटिवेट कैसे करें?

आजकल के पेरेंट्स की यह भी बड़ी परेशानी है कि वह किस तरह अपने बच्चे को पढ़ाई में मन लगाने के लिए मोटिवेट करें। जो बच्चे दिन भर अपना समय दिन भर के कामों में वेस्ट करते हैं और पढ़ाई सही समय पर पर अच्छी तरह नहीं करते तो इन बच्चों को मोटिवेट करने के लिए हम आपको कुछ अच्छे पॉइंट्स बताएंगे जिसका उपयोग कर आप अपने बच्चों को अच्छी तरह पढ़ने के लिए मोटिवेट कर पाएंगे।

1. बच्चों की Future Goal तय करने में मदद करें

बच्चों को उनके भविष्य के लिए नई-नई करियर के सुझाव दें। इनसे बच्चे नई नई तरीको को बताएं और उनके लिए Daily Targets तय करें जिससे उनकी पढ़ाई में मदद मिलेगी।

2. बच्चों के लिए Time schedule बनाएं

जो बच्चे अपने समय का सही इस्तेमाल नहीं कर पाते तो उसे ठीक करने के लिए उनके कारण को उनके लिए अच्छा Time Schedule बनाना चाहिए। इससे आपके बच्चों को पढ़ाई करने में और खेलकूद में काफी समय मिलेगा। इस तरह से वे अच्छी तरह अपने सभी काम सही वक्त पर कर लेंगे।

3. उन्हें पढ़ाने में नहीं ले तरीकों का उपयोग करें

जो बच्चे पढ़ाई में कमजोर होते हैं और उन्हें कुछ चीजें अच्छी तरह समझ नहीं आती तो ऐसे बच्चों को मोटिवेट करने के लिए आपको उन्हें अच्छी तरह समझाया जाना चाहिए और नई और आसान तरीकों का प्रयोग करना चाहिए जिससे वह सही तरह से विषय को समझ जाए।

इस तरह आप अपने बच्चों को अच्छी तरह मोटिवेट कर पाएंगे और उन्हें अच्छी तरह पढ़ाई में मन लगाने के लिए भी Help करेंगे

4. बच्चों को अच्छे से समझाएं न कि डांटे नहीं

जब बच्चों को कोई विषय अच्छी तरह समझ नहीं आता तो आपको उन्हें डांटना नहीं चाहिए उनके होमवर्क में और बाकी स्कूल और ट्यूशन के काम करने में भी उनकी मदद करनी चाहिए और उन्हें आधा बताकर आधा उन्हें खुद से करवाना चाहिए।

इससे बच्चे का दिमाग बढ़ता है और वह आपसे मोटिवेट फिर होते हैं। आप अपने बच्चों को उनके पढ़ाई में मदद कर सकते हैं और मोटिवेट भी।

5. उनकी प्रशंसा करें और उन्हें Gifts दे

अपने बच्चे को पढ़ाई में मोटिवेट करने के लिए आपको उनकी प्रशंसा करने चाहिए उनके सफलताओं में उन्हें गिफ्ट देने चाहिए। इससे बच्चे अपनी परेशानी को करके और भी ज्यादा मेहनत करेंगे भविष्य के लिए और अपना पूरा ध्यान पढ़ाई और अपने स्वास्थ्य में लगाएंगे।

6. प्यार से बात कीजिए

बच्चे मन के बहुत ही कोमल होता है उन्हें मोटिवेट करने के लिए आपका प्यार से ही से बात कर लेना ही काफी होता है आप उनसे प्यार से बात कीजिए और उनकी परेशानी को समझने की कोशिश कीजिए। जिस तरह से आपने ज्यादा बेहतर तरीके से मोटिवेट कर पाएंगे।

इन पॉइंट्स का प्रयोग कर आप अपने बच्चों को अच्छी तरह से पढ़ाई करने के लिए मोटिवेट कर सकते हैं।

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